श्योपुर। भारत सरकार के उपक्रम तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी) द्वारा देश के चुनिंदा राज्यों में जमीन के नीचे प्राकृतिक गैस व क्रूड ऑ यल तेल (पेट्रोलियम) भंडार का पता लगाने के लिए मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में किए जा रहे दूसरे चरण का सर्वे का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसकी गोपनीय रिपोर्ट भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय को भेजी जा रही है। सर्वे का काम कर रही कंपनी के सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार ने एक दशक पूर्व सैटेलाइट सर्वे के माध्यम से देश के कुछ राज्यों में इसके भंडार होने का अनुमान लगाया था।
श्योपुर जिले में ग्रामीण व वनांचल क्षेत्र में इसकी मौजूदगी के कुछ प्रमाण मिले थे। सूत्रों ने बताया कि श्योपुर, करहाल व बड़ौदा तहसील की 350 संभावित स्थानों पर सर्वे किया गया है। सेंसर के जरिये जमीन के अंदर एक निश्चित गहराई में चारों ओर पता लगाया गया कि जमीन के अंदर क्या हलचल है। इस कार्य मे सैटेलाइट से जुड़ा एक मोबाइल कंट्रोल रूम है, जिससे जमीन के अंदर हो रही तात्कालिक गतिविधियों की जानकारी एकत्रित की जाती है।
सूत्रों के मुताबक जिले में कृषि के लिए किए गए नलकूपों में दर्जन भर से ज्यादा बार प्राकृतिक गैस के भंडार होने के सबूत मिले। श्योपुर - बड़ौदा मार्ग समेत कई क्षेत्रों में इसके प्रमाण प्राप्त हुए हैं। राज्य के बीना, सागर से होते हुए राजस्थान के कोटा और बारां जिलों में प्राकृतिक गैस व क्रूड आॅयल (तेल) के भंडार होने के संकेत मिले हैं। इसकी रिपोर्ट पेट्रोलियम मंत्रालय को भेजी जाएगी।