श्रीनगर। अलगाववादी नेता मीरवाइज मौलवी मोहम्मद फारूक तथा अब्दुल गनी लोन की पुण्यतिथि पर अलगाववादियों की हड़ताल को देखते हुए मंगलवार को पुराने श्रीनगर तथा शहर-ए-खास क्षेत्र में लगायी गयी कर्फ्यू जैसी पाबंदिया बुधवार को हटा ली गयीं। पुलिस ने बताया कि अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत खानयार, नौहट्टा, रैनावाड़ी, सफा कदल तथा एम. आर. गंज थाना क्षेत्र में लगायी गयीं पाबंदियां हटा ली गयी हैं। पुलिस ने बताया कि श्रीनगर स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में लोगों को जाने से रोकने के लिए मंगलवार को बंद किये गये सभी दरवाजे आज खोल दिये गये।
साथ ही जामिया बाजार तथा मस्जिद के चारो ओर तैनात सुरक्षा बलों के जवानों को हटा दिया गया और आज बाजार में दुकानें भी खुली हुई हैं। मीरवाइज उमर ने मंगलवार को जामिया मस्जिद से ईदगाह में मीरवाइज मोहम्मद फारूक की कब्रगाह तक जुलूस निकालने की घोषणा की थी, जिसके कारण जामिया मस्जिद की ओर जाने वाली सभी सड़कों को नौैहट्टा, गोजवाड़ा, नकाशबंद साहिब तथा रणगर पड़ाव पर कंटीले तारों से बंद कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारूक के पिता मीरवाइज की अज्ञात बंदूकधारियों ने 1990 में उनके पैतृक आवास पर गोली मार कर हत्या कर दी थी। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के घटक दल पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष अब्दुल गनी लोन की भी आज ही के दिन वर्ष 2002 में ईदगाह में मीरवाइज को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद घर लौटते समय बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।