श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख मोहम्मद यासीन मलिक ने गुरुवार को कहा कि उन्हें कभी भी सरकारी सुरक्षा नहीं मिली इसलिए इसके वापसी का सवाल ही नहीं पैदा होता है। श्री मलिक ने यहां संवाददाताओं से चर्चा में राज्यपाल प्रशासन की ओर से बुधवार की रात उन्हें मिलाकर कुल 18 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस लिए जाने संबंधी आदेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि वह सुरक्षा प्रदान करने के पुलिस के अनुरोध को कई बार पहले भी ठुकरा चुके हैं। उन्होंने कहा,‘‘उन्होंने कई बार मुझे सुरक्षा प्रदान करने की कोशिश की लेकिन हर बार मैंने ठुकरा दिया। मेरा मानना है कि जीवन और मौत अल्लाह के हाथों में है।’’
गौरतलब है कि पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 से अधिक जवानों के हताहत होने के बाद अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस लेने के आदेश जारी किये गये हैं।