श्रीनगर। कश्मीर घाटी को देश के शेष इलाकों से जोड़ने वाला तीन सौ किलोमीटर लंबा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए गुरुवार को एकतरफा खुला है और इस मार्ग से होकर जम्मू से श्रीनगर तक वाहन जा सकेंगे। यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने यहां ‘यूनीवार्ता ’को बताया कि हालांकि कश्मीर को लद्दाख इलाके से जोड़ने वाले राजमार्ग, ऐतिहासिक मुगल रोड और अनंतनाग-किश्तवाड़ और अन्य सड़कें बर्फ एकत्र होने की वजह से अभी भी बंद हैं। लगातार भूस्खलन और ओले पड़ने के अलाव कई जगहों पर चल रहे चौड़ीकरण और मरम्मत के कार्याें के कारण यह राजमार्ग यातायात के लिए एक तरफ से खुला है।
उन्होंने बताया कि आपातकालीन स्थिति में लोग ट्रैफिक कंट्रोल यूनिट (टीसीयू) से संपर्क कर सकते हैं। जहां संबंधित अधिकारी यह फैसला लेंगे कि किसी वाहन को दूसरी दिशा में जाने की मंजूरी दी जाये या नहीं। अधिकारी ने बताया कि सभी हल्के वाहनों को जम्मू के नगरोटा से सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक चलने दिया जायेगा। जबकि उधमपुर के जाखेनी से हल्के वाहन सुबह सात बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक चल सकेंगे। भारी वाहनों को उधमपुर से अपराह्न एक बजे से शाम सात बजे तक चलने दिया जायेगा। इस समयसीमा के बाद किसी वाहन को जाने की अनुमति नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि लद्दाख को कश्मीर से जोड़ने वाला राजमार्ग बर्फ गिरने की वजह से पिछले दो महीने से बंद है। दुनिया के दूसरे सबसे ठंडे स्थान एवं श्रीनगर -लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सीमांत शहर द्रास के बीच राजमार्ग खुला हुआ है। गौरतलब है कि द्रास में गुरुवार को तापमान शून्य से कम 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। केंद्र सरकार ने कश्मीर से लेह के बीच एक सुरंग बनाने को मंजूरी दी है ताकि इस हर मौसम में आवागमन हो सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरंग की आधारशिला भी रखी थी लेकिन रिपोर्ट है कि जिस ठेकेदार ने सुरंग बनाने के लिये निविदा डाली थी वह इस काम से अलग हो गया है।