नई दिल्ली। खेल मंत्रालय ने गुरुवार को आगामी एशियाई खेलों के लिए टीम के चयन को लेकर चल रहे विवाद में दखल देते हुए भारतीय ओलंपिक संघ से उसके द्वारा बनाये गए मानदंडों का फिर से आकलन करने और चयन नियमों में विशिष्ट मामलों में राहत देने पर गौर करने के लिए कहा है। आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा को लिखे पत्र में मंत्रालय ने कहा कि एशियाई खेलों में पदक जीतने या शीर्ष चार में रहने की संभावना होने पर एथलीटों को टीमों को मंजूरी दी जा सकती है।
आईओए ने कहा था कि उसने एशियाई खेलों के लिये भारतीय दल चुनते समय व्यक्तिगत स्पर्धा में शीर्ष छह और टीम वर्ग में शीर्ष आठ में रहने का मानदंड रखा था। आईओए ने यह मानदंड खेल मंत्रालय द्वारा 2015 में जारी किए गए सर्कुलर के आधार पर रखे थे।
मंत्रालय ने पत्र में लिखा, मंत्रालय ने एशियाई खेलों जैसे बहुखेल आयोजनों में टीमों और खिलाड़ियों की प्रविष्टि को लेकर यह दिशा-निर्देश 10 मार्च 2015 को जारी किए थे। इसके बाद से विभिन्न तबकों से चिंताएंं जताई जा रही हैं। कई योग्य खिलाड़ी और टीमें कई कारणों से इन दिशा निदेर्शों पर खरे नहीं उतरने के कारण नहीं खेल पा रहे हैं।
इसमें कहा गया, मंत्रालय का मानना है कि मेरिट के आधार पर नियमों में कुछ राहत दी जा सकती है ताकि ऐसे खेलों की टीमें और खिलाड़ी भी भाग ले सकें। मंत्रालय ने कहा कि संबंधित राष्ट्रीय खेल महासंघों से सलाह लेकर आईओए एशियाई खेलों के लिए टीमों की प्रविष्टियां भेजने के अपने फैसलों का फिर से आकलन कर सकता है। इसमें कहा गया, आईओए के सुझाव के आधार पर मंत्रालय एशियाई खेलों के लिये भारतीय दल में खेल विधाओं या खिलाड़ियों को शामिल करने पर विचार कर सकता है।