नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी और पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ( बीसीसीआई) से भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ (सीएबीआई) को अपने तत्वाधान में लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इससे देश में दृष्टिबाधित क्रिकेट को काफी बढ़ावा मिलेगा। बेदी और किरमानी यहां ब्लाइंड क्रिकेट कॉनक्लेव 2018 में मौजूद थे जहां इस साल जनवरी में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के खिलाड़ी भी मौजूद थे।
आंख खोने के बाद भी वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेले। बेदी ने यहां टाइगर पटौदी का उदाहरण देते हुए कहा कि कार दुर्घटना में एक आंख खोने के बाद भी वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलेक उन्होंने कहा"टाइगर ने टेस्ट में पदार्पण करने से पहले ही एक आंख की रोशनी खो दी थी। उन्हें यह पसंद नहीं था कि कोई उनसे हमदर्दी जताएं। उन्होंने कभी इसे शारीरिक अक्षमता नहीं माना और भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक बने। 71 वर्षीय बेदी ने कहा, "वह (पटौदी) नवाब थे लेकिन कभी नवाब की तरह व्यवहार नहीं किया।
आप सभी (दृष्टिबाधित क्रिकेटर) लाखों लोगों के प्रेरणास्रोत हैं। मुझे उम्मीद है, बीसीसीआई सीएबीआई को अपने तत्वाधान में लेगी और हर तरह की मदद मुहैया कराएगी। आप सब ने हमें दिखाया है कि आंखों में रोशनी नहीं होने के बाद भी आपके पास दूरदृष्टि हैं। इस मौके पर मदनलाल ने कहा आपके विश्व कप जीत के सामने हमारा विश्व कप कुछ भी नहीं था। आप सभी मेरे हीरो हैं।