नई दिल्ली। जहां चाह हो वहीं राह... इस जुमले को सही साबित करते हुए पूर्व माओवादी कॉडर रही एक महिला की बेटी को शानदार प्रदर्शन करने के लिए अंडर-18 की भारतीय वालीबॉल टीम में चुना गया है। सिरिसा कुरामी अब अंतर्राष्ट्रीय वॉलीबॉल चैंपियनशिप में हिस्सा लेने चीन के बीजिंग शहर जाएंगी।
ओडिशा के मल्कानगिरि की रहने वाली पूर्व माओवादी महिला चेलेम्मा कुरामी की बेटी सिरिसा की उम्र अभी मात्र 15 साल की है। पिछले माह केरल के एरनाकुलम में 19 से 24 अप्रैल 2017 को हुए जूनियर नेशनल वॉलीबॉल चैंपियनशिप में सिरिसा ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया था।
अंडर-18 में चयन होने के बाद सिरिसा ने कहा कि ऐसे कई लड़कियां है, जो कि भारत के लिए खेलना चाहती हैं, जिसके वजह से वह वॉलीबॉल चयनकर्ताओं के नजर में आईं। सिरिसा पिछले 4 सालों से मलकानगिरि के स्पोर्ट्स हॉस्टल में रहकर ट्रेनिंग कर रही हैं। अपने जिल को प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने 10 से ज्यादा पदक जीत
1994 में माओवादियों से तोड़ लिया नाता
सिरिसा की मां ने 1990 के करीब माओवादी के ग्रुप को ज्वाइन किया था। 4 साल बाद 1994 में माओवादी का हिस्सा न रहने का निर्णय इसलिए लिया, क्योंकि अपनी मांग के लिए चेलेम्मा को निर्दोषियों को मारना बिल्कुल नागवार लगा। इस वजह से वह ज्यादा समय के लिए माओवदी का हिस्सा नहीं रहीं।