केपटाउन। दक्षिण अफ्रीका की धाविका केस्टर सेमेन्या लंदन ओलिंपिक और 2011 की विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक के बदले स्वर्ण पदक मिलने के बावजूद भी ज्यादा उत्साहित नजर नहीं आ रही हैं। अंतरराष्ट्रीय खेल पंचाट (कैस) ने रूसी धाविका मारिया सेविनोवा फार्नोसोवा को डोपिंग का दोषी पाए जाने के बाद उनसे 2011 की विश्व चैंपियनशिप और 2012 लंदन ओलिंपिक की 800 मीटर दौड़ में मिले स्वर्ण पदक वापस ले लिए हैं जो अब सेमेन्या को दिए जाएंगे। सेविनोवा को चार वर्ष के लिए निलंबित किया गया है।
सेमेन्या 2011 में देगू में हुई विश्व चैंपियनशिप और 2012 में लंदन ओलिंपिक में रूसी एथलीट के बाद दूसरे स्थान पर रहीं थीं, लेकिन अब उन्हें दोनों प्रतियोगिताओं के स्वर्ण पदक मिलेंगे। दक्षिण अफ्रीका की 26 वर्षीय सेमेन्या अब दोहरी ओलिंपिक चैंपियन बन जाएंगी। उन्होंने गत वर्ष रियो ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीता था।
सेमेन्या के हिस्से में एक साथ दो स्वर्ण पदक आ रहे हैं लेकिन उनके कोच जीन वेर्स्टर ने रविवार को कहा कि सेमेन्या को इसकी ज्यादा खुशी नहीं है। कोच ने कहा, मैंने उनसे बात की थी और हम दोनों का यही मानना है कि यह कोई बहुत ज्यादा खुशी की बात नहीं है। हमारी राष्ट्रीय धुन बजी नहीं थी इसलिए हमारे अंदर वह अहसास नहीं है जो पिछले वर्ष रियो ओलिंपिक में था।