वियना। फॉर्मूला वन वर्ल्ड चैंपियन निको रोजबर्ग ने अचानक रिटायरमेंट की घोषणा करके सबको चौंका दिया है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड चैंपियन बनने के साथ ही मैं एवरेस्ट चढ़ गया हूं। मर्सिडीज के ड्राइवर निको रोसबर्ग तीन बार के चैंपियन लुइस हैमिल्टन को पछाड़कर 26 नवंबर को ही फॉमूर्ला वन वर्ल्ड चैंपियन बने हैं।
अबुधाबी में हुई सीजन की आखिरी रेस में उन्होंने दूसरा स्थान हासिल कर वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत ली थी। इसके साथ ही रोसबर्ग ने अपने पिता केके की बराबरी कर ली, जो 1982 में विश्व विजेता बने थे। रोजबर्ग ने प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि यह खिताब जितना मेरा सबसे बड़ा सपना था। कड़ी मेहनत, कई मुश्किलों और त्याग के बाद मैंने इसे हासिल किया है। मैंने अपना एवरेस्ट चढ़ लिया है। अब मैं अच्छा अनुभव कर रहा हूं।
पहले ही तय कर लिया था
रोजबर्ग ने बताया कि 'सुजुका' में जीत हासिल करने के बाद से ही मैं रिटारयमेंट के बारे में सोचने लगा था। इस जीत के बाद से ही मेरे सामने बड़ा दवाब बनने लगा था और मैंने उसी समय सोच लिया था जैसे ही मैं विश्व खिताब जीत लूंगा मैं अपना कॅरियर वहीं खत्म कर दूंगा। उन्होंने सबसे पहले यह फैसला अपनी पत्नी और अपने मैनेजर को बताया था। इसके बाद उन्होंने अपनी टीम को इसकी जानकारी दी। 31 वर्षीय जर्मन ड्राइवर एलेन प्रोस्ट (1993) के बाद वह पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने चैंपियन रहते हुए संन्यास लिया।
रोजबर्ग ने कहा, मैंने थोड़ा समय लिया, लेकिन आखिर नतीजे पर पहुंच गया। मेरा यह सफर समाप्त हुआ और अब मुझे अपने परिवार के साथ समय बिताना है। मर्सिडीज टीम के प्रमुख टोटो वोल्फ ने कहा, टीम के लिहाज से यह अप्रत्याशित स्थिति है और रोमांचक भी। निको ने साहसिक फैसला किया और इससे उनके जज्बे का पता चलता है। उन्होंने अपने कॅरियर के शिखर पर रहते हुए एक विश्व चैंपियन के रूप में संन्यास लेने का फैसला किया। मुझे खुशी है कि उन्होंने अपना सपना पूरा कर अलविदा कहा। रोसबर्ग के परिवार में पत्नी विवियन सिबोल्ड और बेटी आलिया हैं।