चंडीगढ़। महान एथलीट मिल्खा सिंह को लगता है कि पैरालिंपिक एथलीट भी देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कारों और सम्मान के हकदार हैं। मिल्खा ने कहा कि ये एथलीट भी देश के सर्वोच्च सम्मान और पुरस्कार के हकदार हैं, क्योंकि ये उदाहरण है कि समाज कड़ी मेहनत, दृढ़ निश्चय और प्रतिबद्धता से क्या-क्या हासिल कर सकता है।
ओलिंपिक पदक जीतने वाला खिलाड़ी स्वत: ही ओलिंपिक वर्ष के दौरान खेल रत्न पुरस्कार के लिए क्वालिफाई कर लेता है, लेकिन पैरालिंपियनों के लिए इस तरह की कोई नीति नहीं है। उन्होंने कहा, 2014 में मुझे भारतीय पैरालिंपिक समिति ने स्पोर्ट्स फॉर डेवलपमेंट रन को हरी झंडी दिखाने के लिए आमंत्रित किया था और मैं उस दिन वहां पैरालिंपिक एथलीटों से मिलकर उनके उत्साह से काफी हैरान था।