नई दिल्ली। ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा ने रविवार को आधिकारिक तौर पर निशानेबाजी से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए अपनी भविष्य की योजनाओं का भी खुलासा किया और अब उनका लक्ष्य ‘खेल विज्ञान’ से संबंधित कारोबार करना है जिसमें फिटनेस और चिकित्सा भी शामिल हैं।
बिंद्र ने अपने रिटायमेंट के मौके पर कहा कि यह उनके लिए एक भावनात्मक दिन है। बिंद्रा ने नैशनल राइफल असोसिएशन ऑफ इंडिया का भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि असोसिएशन ने करियर के हर पड़ाव पर उनकी मदद की है।
भारत के एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा ने संन्यास की आधिकारिक घोषणा करते हुए कहा, अब आगे बढ़ने और युवा पीढ़ी को जिम्मेदारी सौंपने का समय है।
एक दशक से भी अधिक समय तक निशानेबाजी रेंज पर अपना दबदबा बनाए रखने के बाद जल्द ही 34 वर्ष के होने वाले बिंद्रा की निगाहें अब नए व्यावसायिक उद्यम पर लगी हैं।
उन्होंने अपने विदाई समारोह से इतर पत्रकारों से कहा, मैं जीविका के लिए कमाने की कोशिश कर रहा हूं। मैं व्यवासाय से जुड़ा हूं। कमाने की कोशिश कर रहा हूं ताकि भूखा न रहूं।
आप जानते हैं कि मैं खेलों में दिलचस्पी रखता हूं लेकिन इससे मुझे ज्यादा पैसा नहीं मिलने वाला है। मैं कुछ चीजों से जुड़ा हूं जो फिटनेस, चिकित्सा क्षेत्र में कुछ करने से संबंधित हैं। मैं खेलों में उच्च प्रदर्शन करने के क्षेत्र में भी कुछ करने की कोशिश कर रहा हूं।
बीजिंग ओलंपिक में दस मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीतने वाले बिंद्रा ने कहा, खेल विज्ञान, खेल चिकित्सा की भूमिका वर्तमान समय के खेलों में काफी महत्वपूर्ण है। मुझे नहीं लगता है कि हमारे देश में यह पूरा सिद्वांत अभी वास्तव में मजबूत है।