नई दिल्ली। पहलवान नरसिंह यादव के ओलंपिक में भाग लेने पर बना संशय आज भी समाप्त नहीं हो पाया क्योंकि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने दो दिन की सुनवाई के बाद मामले में अपना फैसला शनिवार या सोमवार तक टाल दिया है।
सूत्रों ने बताया कि नाडा नरसिंह यादव 2 से 4 साल तक बैन लगा सकती है। नाडा ने इस मामले पर बुधवार को भी सुनवाई की थी। नरसिंह दूसरे डोप टेस्ट भी फेल हो चुके हैं। ऐसे में उनके रियो जाने की उम्मीदें लगभग खत्म हो चुकी हैं।
नरसिंह और उनके वकीलों ने नरसिंह के डोपिंग में नाकाम रहने पर अपना पक्ष रखा था। उनके अनुसार नरसिंह के खिलाफ षडयंत्र रचा गया। इसके बाद नाडा की कानूनी टीम ने अनुशासन समिति के सामने अपना पक्ष रखा।
नाडा के वकील गुरंग कांत ने सुनवाई समाप्त होने के बाद पत्रकारों से कहा, सुनवाई आज समाप्त हो गई। फैसला शनिवार या सोमवार को आ जाएगा।
उन्होंने कहा, नाडा का तर्क था कि वह छूट का हकदार नहीं है जैसा कि वह कह रहा है। नरसिंह ने गड़बड़ी किए जाने के संबंध में प्रासंगिक परिस्थितिजन्य सबूत पेश नहीं किए जैसा कि पहले उन्होंने दावा किया था।
वकील ने कहा, उन्होंने हलफनामा पेश किया है कि उसके पानी या अन्य पेय पदार्थ में कुछ मिलाया गया था लेकिन उन्होंने इसे साबित करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं किए जिससे नाडा या वाडा संतुष्ट हो सके।
नरसिंह ने अपने साथी पहलवानों पर साजिश करने का आरोप लगाया है। उनकी जगह ओलंपिक टीम में प्रवीण राणा को शामिल कर दिया गया है लेकिन यदि नाडा का फैसला उनके अनुकूल रहा तो उन्हें फिर से टीम में शामिल किया जा सकता है।