नई दिल्ली। विजेंदर सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के केरी होप को हराकर डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडलवेट चैंपियनशिप जीत ली है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को 274 के मुकाबले 296 अंकों से हराया। 30 साल के विजेंदर ने 10 राउंड के फ़ाइट के शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के कैरी होप को बढ़त लेने का मौक़ा नहीं दिया। दूसरी ओर 34 साल के होप भी कुछ कम नहीं दिखे। लंबे मुकाबले को देखते हुए दोनों बॉक्सरों ने एक-दूसरे पर कम अटैक किए, लेकिन दूसरे राउंड में विजेंदर ने कुछ अच्छे पंच मारे। तीसरे और चौथे राउंड में होप फ़ुर्तीले नजर आए, लेकिन विजेंदर के पंच से वो नहीं बच सके। कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 के बाद पहली बार दिल्ली में घरेलू फ़ैन्स के सामने लड़ रहे विजेंदर और होप के बीच पांचवें राउंड में कड़ा मुक़ाबला हुआ, लेकिन छठे राउंड में विजेंदर हावी रहे।
सातवें और आठवें राउंड में दोनों मुक्केबाज थके हुए नज़र आए, लेकिन एक-दूसरे पर अटैक करते रहे। दर्शकों से भरे स्टेडियम में नौवें राउंड में होप ने डिफ़ेंस पर ज़्यादा ध्यान दिया तो आख़िरी राउंड में विजेंदर का पंच जारी रहा।
आख़िरी बाज़ी विजेंदर के हाथ रही और उन्होंने होप के सपने को धाराशायी कर दिया। जजों ने एकमत से विजेंदर को विजेता घोषित किया और इसके साथ ही विजेंदर ने WBO एशिया पैसिफिक सुपर मिडिल वेट खिताब अपने नाम कर लिया।
बॉक्सिंग में विजेंदर सिंह का सफ़र
20 अक्टूबर, 2015 को पहली बार प्रो-बॉक्सिंग में कदम रखते ही विजेंदर टेक्निकल नॉक आउट के आधार पर बिटिश बॉक्सर सोनी वाइटिंग को हराने में कामयाब रहे। दूसरी बार डब्लिन में विजेंदर ने दूसरे ब्रिटिश बॉक्सर डीन गिलेन को पहले ही राउंड में हरा दिया। तीसरे मुक़ाबले में उन्होने बुल्गारिया के सामेट यूसिनोव को शिकस्त दी। चौथे मैच में हंगरी के एंलेक्जेंडर होवार्थ को तीसरे राउंड में घूल चटाया। पांचवें मुक़ाबले में उन्होंने फ्रांस के माटिओज़ रॉयर को हराया तो मई में विजेंदर ने पोलैंड के एंडरेड़ सोल्ड्रा को टेक्निकल नॉक आउट में मात दी।