लुईविले। महान मुक्केबाज मोहम्मद अली की बेटी हाना ने कहा कि उनके पिता के शरीर के शांत होने के बाद भी उनका दिल पूरे 30 मिनट तक धड़कता रहा। तीन बार के हैवीवेट चैंपियन अली की अंतिम सांस की भावनात्मक जानकारी उनकी बेटी ने ट्विटर पर दी। हाना एक लेखिका हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा दिल दुख रहा था, लेकिन हम खुश हैं कि अब डैडी पूरी तरह से मुक्त हैं। हम सभी ने मजबूत बने रहने की कोशिश की और उनके कान में फुसफुसाया, अब आप जा सकते हैं। हम ठीक रहेंगे। हम आपको बहुत प्यार करते हैं। हाना ने कहा कि उनके सारे अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, लेकिन उनका दिल धड़कना बंद नहीं हुआ। 30 मिनट तक उनका दिल धड़कता रहा। किसी ने भी ऐसी चीज नहीं देखी होगी।
लोगों के चैंपियन मोहम्मद अली का अंतिम संस्कार शुक्रवार को लुईविले में किया जाएगा। अली का पार्थिव शरीर उनके नाम पर बने मार्ग से गुजरेगा। अंतिम संस्कार की जानकारी परिवार के प्रवक्ता बॉब गनहेल ने दी। गनहेल ने कहा कि परिवार निश्चित रूप से विश्वास करता है कि मोहम्मद दुनिया के नागरिक थे और वे जानते हैं कि पूरी दुनिया भी उनके साथ दुखी है। गुरुवार को निजी शोक सभा का आयोजन किया जाएगा।
झंडे आधे झुके रहेंगे
महान मुक्केबाज मोहम्मद अली की अंतिम यात्रा को दुनिया भर में अरबों लोग टीवी पर देखेंगे, जो टीवी के इतिहास में सबसे बड़े इवेंट में से एक होगी। तीन बार के विश्व हैवीवेट चैंपियन अली का अंतिम संस्कार केंटुकी के लुईविले में होगा, जहां झंडे आधे झुके रहेंगे। अंतिम यात्रा मोहम्मद अली सेंटर से गुजरेगी और केव हिल कब्रिस्तान पर खत्म होगी।
बाब गनेल ने कहा कि मोहम्मद अली लोगों के चैंपियन थे और उनकी अंतिम यात्रा में सभी नस्ल, धर्म और पृष्ठभूमि के लोग हिस्सा लेंगे। उनकी पत्नी लोनी और पूरा अली परिवार चाहता है कि इसमें सभी भाग लें। गनेल ने कहा कि अली का पार्थिव शरीर अगले 24 से 48 घंटे में लुईविले लाया जाएगा।
पिता तुल्य शख्सियत को गंवा दिया
किसी का कहना है कि उन्होंने पिता तुल्य शख्सियत को गंवा दिया। कक्षा के एक साथी को अली के निधन का दुख है। लुईविले में मोहम्मद अली के पुश्तैनी घर के सामने यही नजारा देखने को मिला, जबकि मित्रों और प्रशंसकों ने द ग्रेटेस्ट को श्रद्धांजलि दी। केंटुकी सिटी के लुईविले में 3302 ग्रैंड एवेन्यु के बाहर फूल, तस्वीरों और पत्रों का अंबार लग गया है। अमेरिकी मिडवेस्ट और डीप साउथ में ही अली ने सबसे पहले मुक्केबाजी शुरू की थी। एक छोटा घर जिस पर हाल ही में गुलाबी पेंट किया गया है, अब हैवीवेट चैंपियन अली के सम्मान में संग्रहालय में तब्दील हो चुका है।
प्रशंसकों के मुताबिक रिंग में अली के यादगार मुकाबले उस व्यक्ति के जीवन का सिर्फ एक पहलू थे, जिसने विश्व खेल जगत पर राज किया। अली के साथ पढ़ने वाले गीतकार और संगीतकार सोनी फिशबैक ने कहा कि मुक्केबाजी, यह उनका मिशन नहीं था, वह उनसे कहीं बड़ा था।
उस समय अली का नाम कैशियस क्ले हुआ करता था और वह हैवीवेट भी नहीं हुआ करते थे।
वह और फिशबैक स्कूल से एक साथ घर लौटते थे। 75 साल के फिशबैक ने कहा कि वह कहता था कि मैं हैवीवेट चैंपियन बनूंगा। कोई इस पर विश्वास नहीं करता था। उस समय अश्वेत लोगों में काफी आत्मविश्वास नहीं था। हमारे लिए उनके पास संदेश था कि आप खूबसूरत हो।