कजाखस्तान। स्टार पहलवान योगेश्वर दत्त कल से यहां शुरू हो रही एशियाई ओलंपिक क्वालीफिकेशन कुश्ती प्रतियोगिता में भारत की 17 सदस्यीय टीम की अगुआई करेंगे और उनकी नजरें ओलंपिक कोटा हासिल करने पर टिकी होंगी। प्रतियोगिता का आयोजन 18 से 20 मार्च तक किया जाएगा और इसके जरिये प्रत्येक भार वर्ग में शीर्ष दो में रहने वाले पहलवान ही अपने देश के लिए ओलंपिक कोटा हासिल कर पाएंगे।
यह रियो खेलों के लिए दूसरी क्वालीफाइंग प्रतियोगिता है। पहली प्रतियोगिता पिछले साल लास वेगास में हुई विश्व चैम्पियनशिप थी जिसमें सिर्फ एक भारतीय नरसिंह यादव ही पुरूष 74 किग्रा फ्रीस्टाइल में कोटा हासिल कर पाए थे। रियो ओलंपिक के 74 किग्रा वर्ग में भारत की दावेदारी तय हो गई है और ऐसे में इस भार वर्ग में कोई पहलवान हिस्सा नहीं ले रहा। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार भी नरसिंह के भार वर्ग में ही चुनौती पेश करते हैं।
भारत टीम में पुरूष फ्रीस्टाइल में पांच, ग्रीको रोमन में छह और महिला कुश्ती में छह सदस्यों को शामिल किया गया है। चोट के कारण 2015 विश्व चैम्पियनशिप से हटने वाले लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर के पास ओलंपिक कोटा और भारत के लिए पदक जीतने का सर्वश्रेष्ठ मौका है। योगेश्वर ने ओलंपिक में पुरूष 60 किग्रा फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक जीता था लेकिन अब वह 65 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करेंगे क्योंकि अंतरराष्ट्रीय संचालन संस्था फिला ने 2013 के अंत में वजन वर्गों में फेरबदल किया था।