गुवाहाटी। भारतीय निशानेबाजों ने आखिरी दिन भी क्लीन स्वीप किया जिससे 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में भारत कुल 26 में से 25 स्वर्ण पदक अपने नाम करने में सफल रहा।
रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुके निशानेबाज गुरप्रीत सिंह ने पुरूषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में 28 सही निशाने साधकर स्वर्ण पदक जीता। श्वेता सिंह ने महिलाओं की दस मीटर एयर पिस्टल के व्यक्तिगत वर्ग में 194.4 के स्कोर के साथ सोने का तमगा जीता। श्वेता की मुख्य बंदूक में कुछ गड़बड़ी हो गयी थी और उन्हें दूसरी बंदूक से स्पर्धा में भाग लेना पड़ा था।
ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली हीना सिद्धू को महिलाओं की दस मीटर एयर पिस्टल में रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। उन्होंने 192.5 का स्कोर बनाया। चंडीगढ़ की 18 वर्षीय निशानेबाज यशस्विनी सिंह देसवाल ने कांस्य पदक जीता।
भारत ने दोनों वर्गों की टीम स्पर्धाओं में भी स्वर्ण पदक जीते और इस तरह से निशानेबाजी प्रतियोगिता के आखिरी दिन क्लीन स्वीप किया। भारत ने असल में पूरी प्रतियोगिता में केवल एक स्वर्ण पदक गंवाया जो बांग्लादेश ने हासिल किया। भारत ने निशानेबाजी में कुल 25 स्वर्ण, दस रजत और दस कांस्य पदक जीते। बांग्लादेश एक स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
गुरप्रीत ने दस मीटर एयर पिस्टल में छठे स्थान पर रहने की निराशा को 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में समाप्त किया। पाकिस्तान के बशीर गुलाम मुस्तफा ने 24 निशाने लगाकर रजत पदक जीता जबकि लंदन ओलंपिक में इसी स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले विजय कुमार को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।