अहमदाबाद। दुनिया की सबसे कठिन अल्ट्रा साइक्लिंग स्पर्धा समझी जाने वाली 4800 किमी लंबी रेस अक्रॉस अमेरिका के लिए क्वालफिाई करने वाले पहले गुजराती साइक्लिस्ट विवेक शाह ने आज कहा कि वह चाहेंगे कि वह न केवल इसे 12 दिन की निर्धारित अवधि के भीतर पूरा कर ऐसा करने वाले चौथे भारतीय बने बल्कि इसे कम से कम समय में पूरा करें। मूल अहमदाबाद के रहने वाले 38 वर्षीय विवेक, जो पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका के पूर्वी तट से पश्चिमी तट के बीच की यह यात्रा बेहद कठिन होती है और इस दौरान चार समय जोन और तीन रेगिस्तानी क्षेत्र और तीन पर्वत शृंखलाओं से होकर गुजरना होता है।
अब तक केवल तीन भारतीय ही इसे पूरा कर सके हैं। पर वह भी अंतिम दिन के अंतिम कुछ घंटो के दौरान ऐसा कर सके हैं जबकि इसका सबसे बेहतरीन रिकार्ड सात दिन और 15 घंटे का है जो आस्ट्रिया के एक साइक्लिस्ट का है। वह चाहेंगे कि भारतीय रिकार्ड को बेहतर करें और संभव हो तो इस बार अंतिम तीन में स्थान बनाये। उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता 16 जून से शुरू होगी। यह टूर डे फ्रांस से कई मायनों में अलग है।
उसमें रेस चरणबद्ध होती है और कई साइक्लिस्ट टीम के तौर पर भाग लेते हैं जबकि 37 सालों से आयोजित हो रही रेस अक्रॉस अमेरिका के सोलो स्पर्धा में केवल एक ही चालक को चलना होता है तथा रेस शुरू होने के बाद 12 दिन के भीतर ही इसे पूरा करना होता है। सोने, खाने और अन्य बातों के लिए इसमें कोई भी टाइम आउट नहीं होता।
पूर्व में पर्वतारोहण से जुड़े विवेक ने बताया कि इसके लिए उनकी तैयारी जोर शोर से जारी है और सबसे जरूरी नींद और आहार का प्रबंधन है। इसकी तैयारी के लिए वह अहमदाबाद से अटारी तक दो हजार किमी से अधिक की यात्रा भी कर चुके हैं। वह दो घंटे की नीद से भी तरोताजा होने का हुनर सीख चुके हैं। विवेक ने बताया कि इस बार भी प्रतियोगिता में लगभग 35 देशों के प्रतिभागी होंगे।