नई दिल्ली। शिवा थापा (60 किग्रा) बैंकॉक में जारी एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप-2019 के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं। शिवा अब रिकार्ड चौथा पदक अपने नाम करने से महज कुछ कदम दूर हैं। शनिवार को प्रतियोगिता के दूसरे दिन शिवा के अलावा 2018 विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य जीतने वाली लवलीना बोगोहान (69 किग्रा) और माकरान कप में स्वर्ण पदक जीतने वाले दीपक (49 किग्रा) ने अंतिम-8 दौर में जगह बना ली है। थापा ने कोरिया के किम वोनहो के खिलाफ 4-1 से जीत हासिल की। थापा इससे पहले 2013 में स्वर्ण, 2015 में कांस्य और 2017 में रजत पदक जीत चुके हैं।
असम के इस मुक्केबाज का अगले दौर में किर्गिस्तान के सैतबेक उलू से सामना होगा। असम की ही लवलीना ने वियतनाम की त्रान थी लिन्ह को 5-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की। सोमवार को होने वाले क्वार्टर फाइनल मैच में लवलीना का सामना चीनी ताइपे की चेन नेन चिन से होगा, जो एक कड़ी प्रतिद्वंद्वी हैं क्योंकि इन्हीं के हाथों लवलीना को बीते साल नई दिल्ली में आयोजित विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में हार मिली थी।
राष्ट्रीय चैम्पियन दीपक ने भी इस इलीट इवेंट में अपना अच्छा फार्म जारी रखा है और श्रीलंका के मुतुनका पेदी गेडारा पर 5-0 की जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहे हैं। किंग्स कप में पदक जीतने वाले रोहित टोकस (64 किग्रा) ने शानदार रफ्तार और कुशलता दिखाते हुए अफगानिस्तान के नूरिस्तान मोहम्मद खैबर पर 5-0 की जीत के साथ अंतिम-8 दौर में जगह बनाई। कविंदर सिंह बिष्ट (58 किग्रा) ने गीबी मुक्केबाजी टूर्नामेंट में स्वर्ण जीता था और अब वह अपने शानदार फार्म को जारी रखते हुए अंतिम-8 दौर में पहुंच गए हैं।
कविंदर ने प्री-क्वार्टर फाइनल में जापान के सुबारू मुराता को 5-0 से हराया। इसी तरह आशीष कुमार (75 किग्रा) ने चीन के टांगलाथिहान टी. को 3-2 से हराया और क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहे। 21 साल की मनीषा मौन (54 किग्रा) ने भी अच्छी शुरुआत करते हुए वियतनाम की दो ना उयेन को 5-0 से हराया और क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं। भारत को दिन की एकमात्र हार 48 किग्रा वर्ग में मिली, जब पहली बार एशियाई चैम्पियनशिप में खेल रहीं नीतू को ताइवान की पिन मेंग चेह के हाथों 1-4 से हार झेलनी पड़ी।