लंदन। शराब कारोबारी विजय माल्या के अच्छे दिन लदते जा रहे हैं। सरकारी बैंकों का कर्ज लेकर देश से फरार हुए माल्या को यूके कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। लंदन के पॉश इलाके में स्थित आलीशान हवेली से उन्हें हाथ धोना पड़ सकता है। जी हां, स्विस बैंक यूबीएस द्वारा कर्ज की वसूली के लिए जब्ती की कार्यवाही के खिलाफ माल्या की कानूनी टीम द्वारा दी गई सभी दलीलों को यूके हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। मामले की फाइनल सुनवाई मई 2019 में होगी।
भारत कर रहा है माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश
गौरतलब है कि भारत सरकार ब्रिटेन से माल्या का प्रत्यर्पण कराने की कोशिश कर रही है। भारत में माल्या की कई संपत्तियां भी जब्त हो चुकी हैं। अब इस कारोबारी के हाथ से लंदन का घर भी निकलता दिख रहा है। दरअसल, स्विस बैंक यूबीएस ने गिरवी रखकर लिए 2.04 करोड़ पाउंड (195 करोड़ रुपए) के कर्ज की अदायगी नहीं करने पर सेंट्रल लंदन के कॉर्नवॉल टेरेस स्थित संपत्ति को जब्त करने की मांग की थी।
उच्च वर्ग का मकान
आपको बता दें कि लंदन स्थित कॉर्नवॉल टेरेस स्थित माल्या के घर में एक गोल्डन टायलट सीट भी है। ऐसे में अब यह सीट भी यूबीएस बैंक के अधिकार में जा सकती है। माल्या अपना घर यूबीएस द्वारा अधिकार में लिए जाने से बचाने को कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे। माल्या के वकीलों द्वारा दी गई कई दलीलों को यूके हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया। बैंक ने यूके हाई कोर्ट में इस संपत्ति को विजय माल्या, उनके परिवार और यूनाइटेड ब्रेवरीज ग्रुप कॉपोर्रेट गेस्ट के लिए उच्च वर्ग का मकान बताया था।