सैन फ्रांसिस्को। पांच लाख यूजर्स के डाटा में सेंधमारी को लेकर सोशल नेटवर्क गूगल+ (गूगल प्लस) को बंद करने की घोषणा की गई है। गूगल ने कहा है कि इस सोशल नेटवर्किंग साइट को बंद करने से पहले उसने उस बग को ठीक कर लिया था, जिसकी वजह से करीब 5 लाख के अकाउंट में निजी डेटा में सेंध लगाई गई थी।
बताया जाता है कि इसके सिस्टम में पिछले दो साल से पड़ा एक बग जासूसी कर रहा था। कंपनी ने सोमवार को एक ब्लॉग में लिखा कि इस साल मार्च में इस बग का पता चलने के बाद उसे दुरुस्त कर लिया गया था। बता दें कि पिछले दिनों फेसबुक को लेकर यह खबरें सामने आई थीं कि उसके 5 करोड़ उपभोक्ताओं का डेटा खतरे में है। अमेरिका की दिग्गज इंटरनेट कंपनी ने कहा कि उपभोक्ताओं के लिए गूगल+ का सूर्यास्त हो गया है। यह सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक को चुनौती देने में विफल रही थी। गूगल के एक प्रवक्ता ने गूगल+ बंद करने की मुख्य वजह बताते हुए कहा कि गूगल+ को बनाने से लेकर प्रबंधन में काफी चुनौतियां थीं जिसे ग्राहकों के आशा के अनुरूप तैयार किया गया था लेकिन इसका कम इस्तेमाल किया जाता था।
गूगल के अनुसार एक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के कारण 2015 से 2018 के बीच बाहरी डेवलपर्स ने गूगल प्लस प्रोफाइल के डेटा में सेंध लगाने की कोशिश की। गूगल के मुताबिक करीब 5 लाख लोगों के निजी डेटा में सेंध लगाई गई थी। ब्लॉग में यह भी बताया गया है कि इसमें यूजर के डाटा से छेड़छाड़ का कोई प्रमाण नहीं मिला है। न ही इस बग के बनाने वाले ने इनका कोई दुरुपयोग किया है। हालांकि इसकी खबर बाहर आने के बाद गूगल प्लस की मूल कंपनी अल्फाबेट इंक के शेयरों में 1.5 फीसदी की गिरावट आ गई। पहले गूगल ने नियामक की छानबीन के डर से इस मामले का खुलासा न करने का फैसला किया था।