मुंबई। महंगाई में जारी उतार-चढ़ाव और तेल की कीमतों में तेजी पर नजर लगाए रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने नीतिगत दरों को यथावत रखने का निर्णय लिया है जिससे घर, कार और व्यक्तिगत ऋण के तत्काल महंगे होने की आशंका समाप्त हो गई है।
समिति ने इससे पहले अपनी दूसरी और तीसरी द्विमासिक समीक्षा बैठकों में लगातार दो बार नीतिगत दरों में 25-25 आधार अंकों की बढोतरी की थी। तेल की कीमतों में आई उछाल के मद्देनजर इस बार भी नीतिगत दरों में एक चौथाई फीसदी की बढोतरी का अनुमान जताया जा रहा था लेकिन समिति ने विश्लेषकों को चौंकाते हुए इसे यथावत रखने का निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि समिति की बैठक से पहले से ही देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक सहित कई बैंक ब्याज दरों में बढोतरी कर चुके हैं। समिति की चालू वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक समीक्षा बैठक के बाद शुक्रवार को जारी बयान में कहा गया है कि नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। समिति के छह में से पांच सदस्यों ने दरों को स्थिर रखने के पक्ष में जबकि एक ने इसमें एक चौथाई फीसदी बढोतरी करने के पक्ष मतदान किया।