सिंगापुर। ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों के कारण इस साल के अंत तक या अगले साल के आरंभ तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है जिससे भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों के नई ऊंचाई छूने की आशंका है। कॅमोडिटी कारोबारी कंपनियों ट्राफिगुरा और मरक्यूरिया ने आज यहां एशिया प्रशांत पेट्रोलियम सम्मेलन में यह बात कही। मरक्यूरिया एनर्जी ट्रेंिडग के अध्यक्ष डेनियल जेग्गी ने ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध के कारण इस साल के अंत तक बाजार में कच्चे तेल की दैनिक उपलब्धता करीब 20 लाख बैरल कम हो जाएगी जिससे कच्चे के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच सकते हैं।
जेग्गी ने कहा इस साल की अंतिम तिमाही (अक्टूबर-दिसम्बर) के दौरान बड़ा उथल-पुथल देखा जा सकता है जो ईरान पर लगने वाले प्रतिबंध की अवधि और उसके आकार पर निर्भर करेगा। आपूर्ति में अचानक 20 लाख बैरल रोजाना की कमी के लिए बाजार बिल्कुल तैयार नहीं है। अमेरिका ने ईरान पर वित्तीय प्रतिबंध पहले ही लगा दिए हैं। वह 4 नवंबर से उसके कच्चा तेल निर्यात पर प्रतिबंध की योजना बना रहा है तथा अन्य देशों पर ईरानी क्रूड के आयात पर प्रतिबंध के लिए दबाव बना रहा है।