नई दिल्ली। कृषि सचिव एस के पटनायक ने आज कहा कि किसानों की कड़ी मेहनत के बदौलत देश खाद्यान्न उत्पादन में न केवल आत्मनिर्भर हुआ है बल्कि दलहनों की कमी की समस्या से उबर कर वह निर्यात की स्थिति में पहुंच गया है। पटनायक ने कृषि मंत्रालय की ओर से यहां आयोजित दूसरे इंडिया एग्रीकल्चरल आउटलुक फोरम को सम्बोधित करते हुए कहा कि दलहन के उत्पादन में पिछले तीन साल के दौरान ' मिनी हरित क्रांति ' आ गयी है । वर्ष 2017..18 के चौथे अग्रिम पूर्वानुमान के अनुसार दो करोड़ 52 लाख टन से अधिक दलहनों के उत्पादन का अनुमान है, जो इसके पूर्व के साल की तुलना में 21 लाख टन अधिक है।
तीन साल पहले तक दलहनों का उत्पादन एक करोड़ 70 लाख टन ही था। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी बेहतर मानसून के कारण दलहनों की रिकार्ड पैदावार की संभावना है । सरकार की नीतियों और दलहनों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में हुयी वृद्धि के कारण दलहनों का रिकार्ड उत्पादन हुआ है। उन्होंने कहा कि बासतमी चालव का निर्यात किया जा रहा और गेहूं की पैदावार जरुरत से अधिक है।