मुम्बई। अधिकतर एशियाई बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के बावजूद भारतीय मुद्रा के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आने और मुनाफावसूली के दबाव में शेयर बाजार शिखर से लुढ़क गये। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 173.70 अंक फिसलकर बुधवार को 38,722.93 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 46.60 अंक की गिरावट में 11,691.90 अंक पर बंद हुआ। एशियाई बाजारों के तेजी में रहने की खबरों के बीच सेंसेक्स की शुरूआत मजबूत रही और यह बढ़त के साथ 38,989.65 अंक पर खुला।
यह अब तक का रिकॉर्ड उच्चतम स्तर है। डॉलर के मुकाबले रुपये के 70.51 रुपए प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आने और पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों की रिकॉर्ड बढ़त के दबाव में यह शुरूआती घंटे में ही लुढ़कता हुआ 38,679.57 अंक के दिवस के निचले स्तर तक चला गया। विश्लेषकों के मुताबिक वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में रही तेजी से आयातकों की डॉलर मांग बढ़ गयी है जिसके दबाव में भारतीय मुद्रा कमजोर पड़ी है।
आखिरी पहर में सेंसेक्स में हल्का सुधार आया लेकिन बाजार पर मुनाफावसूली हावी रही जिससे सेंसेक्स गत दिवस की तुलना में 0.45 प्रतिशत की गिरावट में 38,722.93 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 12 कंपनियां बढ़त में और शेष 18 गिरावट में रहीं। सेंसेक्स गत दो दिन से नए रिकॉर्ड बना रहा था। निफ्टी की शुरूआत भी तेजी के साथ 11,744.95 अंक से हुई। कारोबार के दौरान यह 11,753.20 अंक के दिवस के उच्चतम और 11,678.85 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ
यह गत दिवस की तुलना में 0.40 प्रतिशत की गिरावट में 11,691.90 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 30 कंपनियां गिरावट में और शेष 20 तेजी में रहीं। दिग्गज कंपनियों के विपरीत मंझोली और छोटी कंपनियों में लिवाली देखी गयी। बीएसई का मिडकैप 0.47 प्रतिशत यानी 79.15 अंक की तेजी में 16,750.45 अंक पर और स्मॉलकैप 0.05 प्रतिशत यानी 9.29 अंक की तेजी में 17,052.67 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,876 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,284 में तेजी, 1,426 में गिरावट और 166 कंपनियों के शेयरों में टिकाव रहा।