नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने प्रीमियम ट्रेनों में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है। रेलवे के इस निर्णय के अनुसार राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों के कोच में बदलाव किया जाएगा। दरअसल रेलवे की तरफ से इन ट्रेनों में एसी टू टायर कोच बदलकर एसी थ्री टायर कोच लगाए जाएंगे। रेलवे की तरफ से ऐसा एसी-2 कोच में यात्रियों की कमी को देखकर किया जा रहा है। इस निर्णय के बाद रेलवे बोर्ड ने मैन्युफैक्चर को एसी-3 ज्यादा बनाने का निर्देश दिया है।
देशभर में 250 कोच बदले जाएंगे
रेलवे की तरफ से अभी यह बदलाव ऐसी ट्रेनों में किया जाएगा जिनमें एसी-2 कोच में सफर करने वाली यात्रियों की संख्या कम है। फिलहाल देशभर में करीब 250 कोच को बदला जाएगा। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने बताया कि बोर्ड ने ट्रेनों में ज्यादा से ज्यादा एसी-3 कोच लगाने का निर्णय लिया गया है। इसके पीछे कारण यह है कि एसी-3 कोच से ज्यादा रेवेन्यू इकट्ठा होता है।
14,400 अतिरिक्त बर्थ तैयार होंगी
अगर 50 राजधानी ट्रेनों में यह बदलाव हो जाता है तो इससे एसी थ्री टायर की करीब 14,400 अतिरिक्त बर्थ तैयार हो जाएंगी। रेलवे को एसी-2 से हमेशा नुकसान होता है, जबकि एसी-3 हमेशा डिमांड में रहती है। हकीकत यह है कि एसी-3 कोच से रेलवे को अच्छी कमाई होती है। रेलवे के आंकड़े के अनुसार सालाना साढ़े आठ करोड़ यात्री एसी-3 में यात्रा करते हैं, जबकि एसी-1, एसी-2 और एसी चेयर कार में सालभर में महज साढ़े 5 करोड़ मुसाफिर सफर करते हैं।
फ्लेक्सी फेयर सिस्टम में हो सकता है बदलाव
रेलवे में पिछले कुछ सालों से फ्लेक्सी फेयर सिस्टम लागू होने के बाद से स्थिति में बदलाव आया है। इसके कारण 50 फीसदी सीटों का किराया बेस फेयर से काफी ज्यादा हो जाता है। ऐसे में एसी-2 की सीटों का किराया आमतौर पर एयरलाइन के किराये के बराबर हो जाता है। ऐसे में यात्री एसी-2 कोच में टिकट बुक नहीं कराते और अधिकतर सीटें खाली रह जाती हैं। सूत्रों का कहना है कि रेलवे जल्द यात्रियों को कुछ राहत देने जा रही है। इसके तहत रेलवे अगले महीने फ्लेक्सी फेयर योजना में बदलाव करेगी।