मुंबई। दर्जनभर कॉपोर्रेट डिफॉल्टर्स के खिलाफ बैंकों को अगले सप्ताह बैंकरप्शी प्रॉसीडिंग की शुरूआत करनी होगी, क्योंकि 12 फरवरी को रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया द्वारा निर्धारित छह महीने की समयसीमा सोमवार को समाप्त हो रही है। रेजॉलूशन में असफल रही कंपनियों के खिलाफ ऐक्शन लिया जाना है। करीब 60 खातों पर 3.5 लाख करोड़ रुपए का कर्ज होने का अनुमान है, जिन्हें पहले ही नॉन परफॉर्मिंग ऐसेट्स घोषित किया जा चुका है। 180 दिनों की समयसीमा बेहद नजदीक है, लेकिन एसबीआई 11 डिफॉल्ट केसों के समाधान के लिए पूरा जोर लगा रही है। इन पर करीब 62 हजार रुपए का कर्ज है। एसबीआई चेयरमैन रजनीश कुमार ने हैदराबाद में कहा 4 मामलों को नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल के पास भेजा गया है।