नई दिल्ली। अडानी समूह की सीएसआर, स्थायित्वपूर्णता और सामुदायिक पहुंच इकाई, अडानी फाउंडेशन ने केरल मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 50 करोड़ रुपए दान करने का वचन दिया है। इस राशि से हाल ही में राज्य में आई बाढ़ से पीड़ित लोगों की मदद की जाएगी। यह वित्तीय मदद चरणबद्ध तरीके से भेजी जाएगी और इसका उपयोग राज्य को पुनर्संरचना और पुनर्वास में मदद करने के लिए किया जाएगा।
इस वचन के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हुए ग्रुप के कर्मचारियों ने राज्य के बाढ़ग्रस्त लोगों को मदद करने के लिए एक दिन का वेतन दान करने का संकल्प लिया है। इस फाउंडेशन का मूल लोकाचार राष्ट्र-निर्माण करना और नागरिकों को सशक्त करना है। इसने अडानी विझिनजाम पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर पुनर्वास का कार्य शुरू भी कर दिया है।
आॅन-ग्राउंड टीम बिना रूके निरंतर काम कर रही है और बाढ़ से बद्तर तरीके से प्रभावित हुए क्षेत्रों में बाढ़ राहत गतिविधियों में भाग ले रही है। इस टीम में कर्मचारी और स्वयंसेवक शामिल हैं। फाउंडेशन ने अपने मोबाइल हेल्थकेयर वैन की सेवायें भी उपलब्ध कराई है। इनके द्वारा राहत शिविरों में लोगों को हजारों किट्स भी वितरित किए जा रहे हैं, जिनमें राशन, कपड़े और अन्य जरूरी सामान शामिल हैं। राहत टीम अरूवापुलम पंचायत में कोक्काथोड़े, मुंडनप्लावु, नेल्लिकामपारा, मल्लापुझासेरी पंचायत में ठेकेमाला, वांविपारामला, कैथोलिक चर्च और सेंट जॉर्ज आॅथोर्डाॅक्स चर्च में, मानगरम और कोन्नी में मरूर गांवों में पहुंची।