इंदौर। केन शुगर को रिफाइंड व्हाइट शुगर में बदलने वाले उपकरणों का क्षरण और जल्द खराब होना, दो सबसे प्रमुख समस्याएं हैं जो कि समूची चीनी उद्योग के विकास को प्रभावित करती हैं। एक वैश्विक चीनी उद्योग सलाहकार जेपी मुखर्जी एंड एसोसिएट्स के साथ जिंदल स्टेनलेस स्टील लिमिटेड द्वारा समर्थित तकनीकी अध्ययन में पता चला है कि स्टेनलेस स्टील चीनी उद्योग में इस्तेमाल के लिए सबसे बेहतरीन सामग्री है। इस संयुक्त अध्ययन में चीनी उद्योग के उपकरणों के लिए मुद्दों को चिन्हित करने के साथ ही सर्वश्रेष्ठ सामग्री की सिफारिश की गई। यह स्टडी आज शुगर टेक्नोलॉजिस्ट्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया के वार्षिक सम्मेलन में जारी की गई।
इस अध्ययन को जारी करने पर, जिंदल स्टेनलेस के प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने कहा, चीनी उद्योग की सबसे बड़ी चुनौती है क्षरण और इसे स्टेनलेस स्टील से आसानी से मात दिया जा सकता है। इस रिपोर्ट में स्टेनलेस स्टील की ताकत को दोहराया गया है। इसे कम रखरखाव, क्षरण मुक्त, आसानी से फैब्रिकेट होने वाले और हाइजीनिक धातु बताया गया है जिसकी जीवनकाल लंबा होता है। यह अध्ययन बताता है कि चीनी उद्योग को स्टेनलेस स्टील समाधानों से आर्थिक रूप से काफी फायदा मिलेगा क्योंकि क्षरण संबंधी नुकसान 50 प्रतिशत तक कम हो जाएंगे। उद्योग के अनुमान के अनुसार, भारत में चीनी उद्योग में क्षरण के कारण होने वाले सालाना नुकसान 250 मिलियन डॉलर है।