मुंबई। अल्ट्राटेक सीमेंट ने 30 जून को समाप्त तिमाही के लिए अपने अनआॅडिटेड वित्तीय परिणामों की घोषणा की। सकल बिक्री ने पिछले वर्ष की 6938 करोड़ की तुलना में इस बार 27 प्रतिशत की ऊंचाई हासिल करते हुए 8841 करोड़ के आंकड़े को छुआ है। पिछले वर्ष इसी अवधि में ब्याज, मूल्य में कमी तथा टैक्स के पहले लाभ का आंकड़ा 1763 करोड़ था जबकि इस वर्ष यह 1798 करोड़ है। स्टैंडअलोन के आधार पर सकल बिक्री 8476 करोड़ (6533 करोड़) पर पहुंच गई, जबकि ब्याज, मूल्य में कमी तथा टैक्स के पहले लाभ का आंकड़ा 1697 करोड़ था। बिक्री की राशि/मात्रा ने ईंधन के दामों में बढ़ोत्तरी के बावजूद वित्तीय वर्ष 2018 की पहली तिमाही में 34 प्रतिशत की छलांग लगाई।
कम्पनी ने वित्तीय वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में 922 रुपए /टी की तुलना में 929 रुपए /टी का ईबीआईटीडीए संचालन हासिल किया। तिमाही के दौरान बोर्ड आॅफ डायरेक्टर्स ने सेंचुरी टैक्सटाइल्स एन्ड इंडस्ट्रीज लि. (सेंचुरी), कंपनी और उनके संबंधित शेयरधारकों तथा लेनदारों (योजना) के मध्य एक विशेष ‘स्कीम आॅफ अरेंजमेंट’ या ‘स्कीम आॅफ रिकंस्ट्रक्शन’ को स्वीकृति प्रदान की। इस योजना की शर्तों के अनुसार सेंचुरी अपने सीमेंट व्यवसाय को कम्पनी में डिमर्ज कर देगी। सेंचुरी के सीमेंट व्यवसाय में 3 एकीकृत सीमेंट यूनिट्स हैं जो कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में स्थित हैं और एक ग्राइंडिंग यूनिट है जो पश्चिम बंगाल में स्थित है।
तो योजना की शर्तों के अनुसार सेंचुरी के प्रति 8 इक्विटी शेयर जिनकी फेस वैल्यू 10 रुपए प्रत्येक होगी के लिए कम्पनी सेंचुरी के प्रत्येक शेयरधारक को 10 रुपए प्रत्येक की फेस वैल्यू वाला एक इक्विटी शेयर जारी करेगी। यह ट्रांजेक्शन आवश्यक वस्तु नियामक स्वीकृति के अधीन होगा। जून 2018 को कम्पनी ने मप्र के धार जिले के मनावर में 1.75 मेट्रिक टन प्रतिवर्ष क्षमता वाली दूसरी सीमेंट मिल से भी काम प्रारम्भ कर दिया है। यह प्रोजेक्ट एक साल से भी कम समय के रिकॉर्ड टाइम में अस्तित्व में आ गया।