नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के बोर्ड ने आईडीबीआई बैंक की 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह जानकारी देते हुए इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी एस सी गर्ग ने कहा कि अब एलआईसी-आईडीबीआई बैंक डील के लिए कैबिनेट की मंजूरी की जरूरत होगी। गर्ग ने कहा कि इस डील में अधिकांश स्टेक प्रिफरेंशियल अलॉटमेंट के माध्यम से खरीदी जाएगी।
इससे कर्ज में दबी बैंक को 10000 से 13000 करोड़ रुपए का कैपिटल सपोर्ट मिल जाएगा। एलआईसी की इस वक्त आईडीबीआई बैंक में 10.82 फीसदी हिस्सेदारी है। इसे 51 फीसदी तक ले जाने के लिए उसे 40 फीसदी हिस्सेदारी और खरीदनी पड़ेगी। अभी तक के नियमों के अनुसार कोई भी बीमा कंपनी किसी भी कंपनी में 15 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी नहीं रख सकती है।
एलआईसी का उद्देश्य ओपन आॅफर के जरिए बैंक में 51 फीसदी इक्विटी खरीदना है। एलआईसी के पास फिलहाल आईडीबीआई बैंक की 11 फीसदी हिस्सेदारी है और बैंक के कुल लोन में टोटल स्ट्रेस्ड पोर्टफोलियो का हिस्सा 35.9 फीसदी है। आईडीबीआई बैंक में मेजोरिटी स्टेक खरीदने हासिल करके बैंकिंग स्पेस में प्रवेश करने की तलाश में है क्योंकि इस डील से बैंक के स्ट्रेस्ड बैलेंस सीट के बावजूद बिजनेस बढ़ाने में मदद मिलने की उम्मीद है। इस डील से एलआईसी को 2000 ब्रांच मिलेंगी जिसके माध्यम से यह अपने प्रोडक्ट्स को बेच सकता है, जबकि बैंक को एलआईसी का भारी भरकम फंड मिलेगा। इसके अलावा बैंक को करीब 22 करोड़ पॉलिसी होल्डर्स का अकाउंट और निरंतर फंड मिलेगा।