नई दिल्ली। नकली दवाओं पर रोक लगाने के उद्देश्य के साथ इसकी पैकेंजिग को उन्नत बनाने के लिए इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनी एसवीएएस पैकेंजिग इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड ने जापान की कंपनी टोयो एल्युमिनियम के साथ मिलकर एक संयुक्त उपक्रम बनाने की घोषणा की है। भारतीय कंपनी के प्रबंध निदेशक सतीश ऐलावादी ने यहां यूनीवार्ता से कहा कि नये उपक्रम का नाम एसवीएएम टॉयल पैकेंजिग इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड होगा और इसमें जापानी कंपनी की हिस्सेदारी 33.4 प्रतिशत होगी। इस संबंध में हालांकि वित्तीय जानकारी नहीं दी गयी है। उन्होंने इस सौदे को फार्मास्युटिकल पैकेंजिग के क्षेत्र में भारत में सबसे बड़ा विदेशी निवेश बताते हुये कहा कि जापानी कंपनी की प्रौद्योगिकी के उपयोग से नकली दवाओं की बिक्री पर नकेल लगायी जा सकती है।
उन्होंने बताया कि अभी उनकी कंपनी के पास 500 करोड़ रुपये तक के कारोबार करने की क्षमता है और मांग बढ़ने पर नये संयंत्र लगाए जा सकते हैं। संयुक्त उपक्रम के देश और विदेश में विनिर्माण संयंत्र बनाने की संभावना जताते हुये उन्होंने कहा कि इस सौदे से 'मेक इन इंडिया' नीति के अनुरूप अधिक रोजगार और राजस्व आएगा। उन्होंने कहा कि हेल्थकेयर पैकेंिजग की गुणवत्ता और हेल्थकेयर उत्पादों की शेल्फ लाइफ को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
नकली दवाएं की बिक्री विकसित और विकासशील दोनों ही देशों के लिए एक बड़ी समस्या है। नकली दवाओं के खिलाफ और हेल्थकेयर उत्पादों की पैकेंजिग की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से संयुक्त उपक्रम बनाया गया है। साझेदारी के तहत जापानी कंपनी अपनी प्रौद्योगिकी हस्तातंरित करेगी और उसके दो प्रतिनिधि संयुक्त उपक्रम के निदेशक मंडल में शामिल होंगे। इसके साथ ही उसके कुछ वरिष्ठ अधिकारी भी विनिर्माण संयंत्र में रहेंगे।