नोएडा। निर्यात में बढ़ोतरी और घरेलू खपत ज्यादा होने से इस साल सोयाबीन का बकाया स्टॉक कम रहने की संभावना है। इंडस्ट्री का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख संगठन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (सोपा) के मुताबिक, इस साल बकाया स्टॉक 4 लाख टन से कम रहने की उम्मीद है, जबकि पिछले साल नई फसल की आवक के समय उत्पादक मंडियों में सोयाबीन का बकाया स्टॉक 13 लाख टन बचा था। इस बीच नेशनल कमोडिटी एवं डेरेवेटिव एक्सचेंज पर सोयाबीन का अक्टूबर वायदा भाव करीब पौने एक फीसदी की तेजी के साथ 3510 रुपए पर प्रति क्विवंटल पर पहुंच गया है।
ऐसे में सोयाबीन में कैसे रणनीति बनानी चाहिए। पुणे स्थित हेम सिक्योरेटीज की सीनियर रिसर्च एनॉलिस्ट आस्था जैन के मुताबिक पिछले दो हफ्ते से सोयाबीन की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिली है। उनका कहना है कि इस महीने के आखिर या अगस्त के पहले हफ्ते तक सोयाबीन अक्टूबर डिलीवरी कॉन्ट्रैक्ट का भाव मौजूदा स्तर से कीरब 100 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दिखा सकता है।
जैन का कहना है कि एक महीने में इसका भाव 3630 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच सकता है। उनका कहना है कि अगस्त के पहले हफ्ते तक सोयाबीन का भाव 3550 से 3630 रुपए प्रति क्विंटल के दायरे में रह सकता है। जैन की निवेशकों को सलाह है कि सोयाबीन में कम अवधि और लंबी अवधि दोनों स्थितियों में मुनाफा हो सकता है। जैन का कहना है कि घरेलू मांग बढ़ने और मध्यप्रदेश समेत उत्पादक राज्यों में कम बारिश से सोयाबीन के फंडामेंटल्स काफी मजबूत हैं। कार्वी कॉमट्रेड के रिसर्च हेड रवि सिंह का कहना है कि सोयाबीन में तेजी की संभावना है।