पीथमपुर। शक्ति पम्पस (इंडिया) लिमिटेड जो 110 देशो में अपने उत्पादों को निर्यात करती है, ने शनिवार को पीथमपुर सेक्टर-3 में अपने पॉवर इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के निर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया। भारत के सभी बड़े सोलर इंटीग्रेटर्स और पॉवर इलेक्ट्रॉनिक्स में अनुसंधान करने वाले पांच आईआईटी के प्रोफेसर इस उद्घाटन में सम्मिलित हुए। एसजीएसआईटीएस के प्रोफेसर बी एम शर्मा एवं राकेश कुमार डायरेक्टर, आईएस, ने दिनेश पाटीदार एमडी शक्ति पम्पस (इंडिया) लि., शैलेन्द्र शुक्ल चेयरमैन एचएआरइडीए, भुवनेश पटेल चीफ इंजीनियर, एमपी यूवीएन और मनोज मोदी शक्ति पम्पस की उपस्थिति में फीता काटकर प्लांट का उद्घाटन किया।
शक्ति पंप इंडिया कृषि, औद्योगिक, घरेलू और बागवानी जैसे विभिन्न क्षेत्रों के पंपिंग समाधान के लिए जाना जाता है। संयंत्र में सालाना 1 लाख वीएफडी और इनवर्टर के निर्माण की क्षमता है। कंपनी इस वित्त वर्ष में 10000 वीएफडी उत्पादन करके पहले वर्ष में लगभग 10 फीसदी क्षमता का उपयोग करने की योजना बना रही है।
इस अवसर पर प्रबंध निदेशक शक्ति पंप (इंडिया) लि. दिनेश पाटीदार ने बताया यह संयंत्र अद्वितीय हैं क्योंकि हमारे पास अनुसंधान और विकास इकाई और उत्पादन इकाई एक ही स्थान पर है। कंपनी इस नई सुविधा से तीन तरह के उत्पादों का निर्माण करेगी जिसमें इलेक्ट्रिक मोटर ड्राइव (वीएफडी) (1.10 एचपी), विभिन्न प्रकार के मोटर्स के लिए एक सार्वभौमिक ड्राइव श्रृंखला है, इलेक्ट्रॉनिक मोटर स्टार्टर्स (1.100एचपी) सॉफ्ट स्टार्टर और अन्य डिजिटल स्टार्टर्सए और हाइब्रिड इनवर्टर (1.10 केवीए)। शक्ति पंप द्वारा बनाया गया यह ड्राइव सौर पंपिंग उद्योग, प्रोसेस उद्योग और कपड़ा उद्योग क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जा सकेगा।