नई दिल्ली। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी आॅफ इंडिया गवर्नमेंट आॅफ इंडिया ने एक जुलाई से आधार की वर्चुअल आईडी के इस्तेमाल को अनिवार्य कर दिया है। इसके बाद विभिन्न सेवाओं और दस्तावेजों के लिए आधार का इस्तेमाल और आसान हो जाएगा।
यूआईडीएआई की ओर से जनवरी में जारी सर्कुलर के मुताबिक, वर्चुअल आईडी एक 16 अंकों वाला विशिष्ट नंबर है, जिसे सिर्फ आधार धारक द्वारा ही बनाया अथवा बदला जा सकता है।
हालांकि यह मुमकिन नहीं है कि इस वर्चुअल आईडी से आधार नंबर को पता किया जा सके। साथ ही किसी एक आधार नंबर से एक बार में सिर्फ एक ही एक्टिव वर्चुअल आईडी बनाई जा सकेगी।आधार धारक यूआईडीएआई की वेबसाइट, आधार नामांकन केंद्र या एमआधार एप से अपनी वर्चुअल आईडी बना सकते हैं।