नई दिल्ली। पनामा पेपर्स लीक का मामला एक बार फिर सामने आया है। इस दफा लीक हुए दस्तावेजों की संख्या भले ही कम हो, लेकिन जो नाम सामने आए है उसले उद्योग जगत की साख खतरे में है। पनामा पेपर्स में पीवीआर सिनेमा के मालिक और एयरटेल के प्रमुख सुनील मित्तल के बेटे केविन मित्तल का नाम है।
पनामा पेपर में मिली जानकारी के मुताबिक पीवीआर सिनेमा के मालिक बिजली परिवार शामिल है। 2016 में भी पनामा पेपर्स से ही जानकारी मिली थी जिसके मुताबिक बिजली परिवार की दो आॅफशोर कंपनियों के नाम भी सामने आए थे। इसके साथ ही एयरटेल के मालिक सुनील भारती मित्तल के बेटे केविन भारती मित्तल की कंपनी भी शामिल थी।
केविन मित्तल हाइक मैसेंजर के कर्ताधर्ता हैं। नए लीक की साइज 443 जीबी है। इस दफा करीब 1.2 मिलियन फाइल लीक हुई हैं। 2016 में पनामा पेपर लीक से जो जानकारियां मिलीं उसके बाद वैश्विक स्तर पर खलबली मच गई थी। ऐसे कई लोगों के नाम उन दस्तावेजों पर अंकित थे जिन पर विश्वास करना मुश्किल था।
1140 करोड़ का अघोषित निवेश
लीक हुए पनामा पेपर के आधार पर आयकर विभाग ने 426 मामलों की जांच पड़ताल की है जिनमें से 74 के विरूद्ध कार्रवाई की जा रही है और उनमें से 12 में 1140 करोड़ रुपये के विदेशों में अघोषित निवेश का खुलासा हुआ है और जो नए मामले प्रकाश में आए हैं उन पर भी त्वरित कार्रवाई की जाएगी। आयकर विभाग ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि पनामा पेपर लीक के बाद उसने 426 मामलों की जांच शुरू की थी जिनमें से 352 मामले कार्रवाई योग्य नहीं पाए गए और 74 मामलों को कार्रवाई के लिए आगे बढ़ाया गया है। 62 मामलों में तेजी से कार्रवाई की गई और 50 मामलों में तलाशी भी की गई और 12 मामलों के सर्वेक्षण में 1140 करोड़ रुपये के विदेशों में अघोषित निवेश का खुलासा हुआ। 2016 में हुए खुलासे में पुतिन, नवाज शरीफ और अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ कई राजनीतिक हस्तियों के नाम भी सामने आए थे।
सामने आए प्रमुख नाम
- पीवीआर सिनेमा के मालिक अजय बिजली और उनके परिवार के सदस्य
- हाइक मैसेन्जर के सीईओ और टेलीकॉम दिग्गज सुनील मित्तल के बेटे कवीन मित्तल
- एशियन पेंट्स के सीईओ अश्विन दानी के बेटे जलज दानी
- डीएलएफ समूह के प्रमुख केपी सिंह
- लोकसत्ता पार्टी के पूर्व नेता अनुराग केजरीवाल
- मेहरासन्स ज्यूलर्स के मालिक नवीन मेहरा
- अंडरवर्ल्ड डॉन इकबाल मिर्ची की पत्नी हाजरा इकबाल मेमन
पुख्ता हो रहे पुराने आरोप
पनामा पेपर्स के पहले लीक में कई भारतीय कारोबारियों के टैक्स हैवन देशों में कंपनी बनाकर धन छुपाने की बात सामने आई थी, जिसका ज्यादातर कारोबारियों ने खंडन किया था लेकिन अब नए लीक हुए दस्तावेजों से पुराने लगे आरोप पुख्ता हो रहे हैं। पनामा पेपर्स मामला ने इंटरनेशनल मंच पर इसने तहलका मचा रखा है। पनामा एक देश है जो मध्य अमेरिका में स्थिति है जहां मोजैक फोंसेका नामक एक फर्म है जिसका काम के धन को सफेद करना है। इस पनामा पेपर्स का पत्रकारों ने खुलासा किया है।