मुम्बई। अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिली गिरावट की खबरों के बीच चालू खाता बढ़ने और थोक महंगाई दर के 14 माह के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से हतोत्साहित निवेशकों की बिकवाली से तीन दिनों की तेजी खोता हुआ बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 139.34 अंक लुढ़ककर 35,743.10 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 48.65 अंक की गिरावट में 10,808.05 अंक पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा बुधवार को ब्याज दर में बढोतरी करने की घोषणा और इस साल दो बार और ब्याज दर बढाये जाने के संकेत देने से निवेशकों को उत्साह शुरूआती कारोबार से ही ठंडा रहा। इसके अलावा वित्त वर्ष 2017-18 में चालू खाते का घाटा बढ़कर
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 1.9 प्रतिशत यानी 48.7 अरब डॉलर पर पहुँचने से भी निवेशकों का रुझान घटा रहा। चालू खाता घाटा 2016-17 में जीडीपी के 0.6 प्रतिशत यानी 14.4 अरब डॉलर रहा था। सेंसेक्स मामूली बढ़त के साथ 35,743.10 अंक पर खुला। कारोबार के शुरूआती घंटे में यह 35,749.88 अंक के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। सेंसेक्स पूरे दिन बिकवाली के दबाव में रहा। निवेशकों की रही सही उम्मीद पर थोक महंगाई दर के आकंडों ने पानी फेर दिया और सेंसेक्स तेजी से गोता लगाता हुआ 35,488.55 अंक के दिवस के निचले स्तर तक चला गया। यह अंतत: गत दिवस की तुलना में 0.39 प्रतिशत फिसलकर 35,599.82 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 16 कंपनियां गिरावट में और 14 तेजी में रहीं।