पुडुचेरी। महिंद्रा इलेक्ट्रिक ने तमिलनाडु में वर्ष 1968 में स्थापित प्रायोगिक टाउनशिप, औरोविले के साथ एक समझौता-पत्र पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते का उद्देश्य एक समुदाय के लिए भारत का पहला एकीकृत टिकाऊ मोबिलिटी इकोसिस्टम शुरू करना है। यह अनूठा इकोसिस्टम, पिछले कुछ दशकों में औरोविले द्वारा शुरू की गई अनेक ई-मोबिलिटी पहलों का एक विस्तार होगा। महिंद्रा इलेक्ट्रिक के सीईओ महेश बाबू ने कहा यह शांतिप्रद मोबिलिटी, संसाधनों का उपयुक्त साझाकरण एवं कम कार्बन फुटप्रिंट, हॉप-आॅन-हॉप-आॅफ शटल्स एवं स्मार्ट पार्किंग में जीवनशैली विकल्पों को प्रोत्साहित करने हेतु इसके प्रयास के अनुरूप है।
इस समझौता-पत्र के तहत उक्त दोनों पक्ष, आईआईएससी पुडेचरी स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट लिमिटेड, गोग्रीन बीओवी, व स्वयं औरोविले की कई पहलों के साथ मिलकर एक समग्र इकोसिस्टम विकसित करेंगे, जिसमें महिंद्रा के विद्युत-चालित वाहन, स्मार्ट पार्किंग सिस्टम्स, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एवं इसका सॉफ्टवेयर एकीकरण प्लेटफॉर्म, नेमो शामिल होगा। इसका उद्देश्य राइड शेयरिंग, राइड हेलिंग, सेल्फ-ड्राइव रेंटल्स आदि जैसे मोबिलिटी मॉडल्स को सक्षम बनाना भी है।
औरोविले के एकीकृत परिवहन सेवाओं के संयोजक, मिनहाज अमीन ने बताया फ्रेंच सरकार द्वारा समर्थित टाउन प्लानर, पीएससीडीएल भी इस पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। महिंद्रा इलेक्ट्रिक ने अपना ऊर्जा संग्रहण समाधान भी लॉन्च किया, जो इकोसिस्टम को सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा, जैसे-चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और ईवी सपोर्ट सेंटर।