मुंबई। शेयरों पर असर डालने वाली सूचनाएं वॉट्सऐप पर लीक करने वाले अधिकारियों और ब्रोकर्स पर सेबी जल्द कार्रवाई करेगा। सेबी की जांच अंतिम चरण में है। इनमें करीब 12 ब्लू चिप कंपनियों के सीनियर स्टाफ मेंबर, ब्रोकरेज फर्मों के कर्मचारी और अन्य लोग शामिल हैं। सेबी को इस मामले में इनसाइडर ट्रेडिंग से कमाई का भी शक है। कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़ा कोई व्यक्ति गोपनीय सूचना के आधार पर शेयरों में मुनाफा कमाता है, तो इसे इनसाइडर ट्रेडिंग (भेदिया कारोबार) कहा जाता है।
कंपनियों पर भी कार्रवाई हो सकती है
इस मामले में स्टाफ के साथ ही कंपनियों पर भी एक्शन लिया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, कंपनियों को वित्तीय नतीजों से जुड़ी शेयर की संवेदनशील सूचना की सुरक्षा में लापरवाही का दोषी ठहराया जा सकता है। सेबी इस मामले में इनसाइडर ट्रेडिंग के एंगल से भी जांच कर रहा है। सेबी को शक है कि कुछ लोगों ने लीक सूचनाओं के जरिए गैरकानूनी तरीके से मुनाफा कमाया। संबंधित अधिकारियों के मुताबिक कंपनियों से मिली सूचनाओं का मिलान किया जा रहा है। इस मामले की जांच जल्द पूरी होने वाली है।
सेबी को लगभग सभी कंपनियों से इस मामले में मांगी गई सूचनाओं का जवाब मिल चुका है। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, जो कंपनियां इस मामले में व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय करने में विफल रही हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ब्रोकरेज फर्मों के कर्मचारी और मार्केट से जुड़े कुछ लोग भी राडार पर हैं। इन पर कंपनियों के अधिकारियों से मिलीभगत का आरोप है। पिछले साल ये मामला सामने आया था।
आरोपियों में आॅडिटर, एनालिस्ट भी शामिल
सेबी कंपनियों के अधिकारियों समेत जिन लोगों के खिलाफ जांच कर रहा है उनमें आॅडिटर, ब्रोकर, एनालिस्ट और निवेश सलाहकार शामिल हैं, जिनके साथ सूचनाएं शेयर कई गई थीं।