नई दिल्ली। इस कारोबारी हफ्ते के पहले दिन कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। ब्रेंट क्रूड का भाव 76.5 डॉलर के करीब आ गया है, जबकि नायमेक्स क्रूड 66 डॉलर से नीचे लुढ़क गया है। ब्रेंट का भाव करीब दुनिया की तीन-चौथाई आबादी के लिए कच्चे तेल कीमत तय करने के लिए बेंचमार्क के तौर पर इस्तेमाल होता है। वहीं, नायमैक्स क्रूड अमेरिकी क्रूड का बेंचमार्क है। केडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया का कहना है कि अमेरिका में रिकॉर्ड उत्पादन और ओपेक की सप्लाई बढ़ने की संभावना से कच्चे तेल पर दबाव है। वहीं अमेरिका में क्रूड उत्पादन नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
अमेरिकी ऊर्जा विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में कच्चे तेल का उत्पादन मार्च में बढ़कर 1.05 करोड़ बैरल के करीब पहुंच गया है। इसके अलावा बीते हफ्ते अमेरिका में आॅयल रिग्स की संख्या 2 बढ़ गई है। आॅयल रिग्स का बढ़ना इस बात का संकेत है कि अमेरिका में कच्चे तेल के उत्पादन में गति आई है। अमेरिका में आॅयल रिग्स की संख्या बढ़कर 861 पर पहुंच गई है। वहीं क्रूड मार्केट से जुड़े जानकारों का कहना है कि वेनेजुएला और ईरान की सप्लाई में संभावित कमी को पूरा करने के लिए ओपेक देश सप्लाई बढ़ा सकते हैं।
मेंथा आयल में मांग बढ़ने से जोरदार तेजी
घरेलू खपत वाले उद्योगों की मांग में बढ़ोतरी से सोमवार को मेंथा तेल की कीमतों में जोरदार तेजी आई है। घरेलू वायदा बाजार में मेंथा तेल का भाव ढाई फीसदी से ज्यादा उछलकर 1180 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है। कमोडिटी बाजार के जानकारों का कहना है कि मेंथा तेल के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र उत्तर प्रदेश के चंदौसी से सप्लाई घटने से इसकी कीमतों को सपोर्ट मिला है।
सोमवार को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट के आसपास मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून में डिलीवरी के लिए मेंथा आॅयल का कॉन्ट्रैक्ट का भाव 29.30 रुपए या 2.55 फीसदी की तेजी के साथ 1180 रुपए प्रति किलो हो गया। इस दौरान इसमें ट्रेडिंग वॉल्यूम 441 लॉट में रहा। इसी तरह से जुलाई महीने की डिलीवरी के लिए मेंथा तेल का भाव 32.10 रुपए या 2.78 फीसदी की तेजी के साथ 1188.60 रुपए प्रति किलो पर कारोबार कर रहा था। इस दौरान इसमें 90 लॉट में ट्रेडिंग वॉल्यूम था। बाजार सूत्रों का कहना है कि चंदौसी की हाजिर मंडियों में उपभोक्ता उद्योगों की बढ़ती मांग से सटोरियो ने अपनी स्टॉक पोजीशन बढ़ाई है। इस वजह से वायदा कारोबार में मेंथा तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है।