नई दिल्ली। रेलवे अपने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दोबारा नौकरी पर रखने की तैयारी में है। उत्तर प्रदेश में मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर दुर्घटना में 13 स्कूली बच्चों की मौत के बाद रेलवे ने यह निर्णय लिया है। इन्हें ऐसे मानवरहित क्रॉसिंग पर तैनात किया जाएगा। इस प्रक्रिया को तेज करने के लिए एक कमेटी बनाई गई है। देश में 5792 मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग हैं। इनमें 3479 क्रॉसिंग ब्रॉड गेज (बीजी) सेक्शन पर हैं। सबसे ज्यादा गुजरात में 1700, इसके बाद उत्तर प्रदेश में 912, बिहार में 742, राजस्थान में 464, पश्चिम बंगाल में 314 और मध्य प्रदेश में 225 मानवरहित क्रॉसिंग हैं। रेलवे की पहली प्राथमिकता बीजी सेक्शन के सभी 3,479 मानवरहित क्रॉसिंग को तत्काल आधार पर खत्म करना है, ताकि कुशीनगर जैसी दुर्घटना दोबारा न हो।
हालांकि, राज्य सरकारों के साथ भूमि अधिग्रहण जैसे मुद्दे काम की गति को प्रभावित कर सकते हैं। रेलवे मंत्रायल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'सभी मानवरहित क्रॉसिंग पर आदमी तैनात करने का निर्णय लिया गया है, जब तक कि बीजी सेक्शन पर लो हाइ सबवे (एलएचएस), रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) और रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) के निर्माण से स्थाई समाधान नहीं हो जाता।'
अधिकारी ने कहा, 'चूंकि कर्मचारियों की कमी है, इसे देखते हुए रेलवे मानवरहित क्रॉसिंग पर इस काम से परिचित सेवानिवृत्त कर्मचारियों को तैनात करेगा।' इसके लिए रेलवे ने एक अलग कमेटी बनाई है, जिसमें एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर स्तर के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। यह कमेटी जल्द से जल्द इस मुद्दे को हल करेगी।