नई दिल्ली। आईसीआईसीआई बैंक की एमडी और सीईओ चंदा कोचर पर व्हिसल ब्लोअर अरविंद गुप्ता ने नए आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अपने पति दीपक कोचर की कंपनी न्यूपावर में राउंड ट्रिपिंग निवेश के बदले चंदा कोचर ने एस्सार ग्रुप के रुइया ब्रदर्स की मदद की। नरेंद्र मोदी को 11 मई, 2018 को लिखे पत्र में अरविंद गुप्ता ने आरोप लगाया है कि रुइया ब्रदर्स ने कोचर के पति की कंपनी न्यूपावर की फंडिंग की। गुप्ता ने 11 मई को नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में ये आरोप लगाए हैं। आईसीआईसीआई समेत 7 भारतीय बैंकों के कंसोर्टियम ने एस्सार स्टील मिन्नोसोटा को लोन स्वीकृत किया।
बड़े अमेरिकी फंड हाउस ने भी कंपनी को लोन दिया। कुल 1.02 अरब डॉलर के लोन में आईसीआईसीआई बैंक का हिस्सा 25% से भी कम था। 53 करोड़ डॉलर का आंकड़ा बढ़ा चढ़ाकर बताया गया है। कई वजहों के चलते सभी कर्जदाताओं ने इस लोन को एनपीए घोषित कर दिया। इस मामले में रिजॉल्यूशन प्रक्रिया जारी है। लोन स्वीकृत करते वक्त क्रेडिट रिस्क रेटिंग समेत सभी जरूरी बातों का ध्यान रखा गया। इस मामले में एस्सार ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा कि, हम अरविंद गुप्ता के आरोपों की निंदा करते हैं। फर्स्टलैंड होल्डिंग्स में एस्सार ग्रुप के किसी तरह के व्यावसायिक हित नहीं हैं।
व्हिसल ब्लोअर के आरोप
एस्सार ग्रुप ने फर्स्टलैंड होल्डिंग्स मॉरिशस के जरिए राउंड ट्रिपिंग के रास्ते न्यूपावर ग्रुप में 325 करोड़ रुपए का निवेश किया। ये डील उस दौरान हुई जब आईसीआईसीआई बैंक की सिंगापुर, यूके और न्यूयॉर्क स्थित शाखाओं के जरिए एस्सार ग्रुप को मदद पहुंचाई गई। आईसीआईसीआई बैंक के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम ने 2010 में एस्सार स्टील को 53 करोड़ डॉलर का लोन दिया। ये लोन बाद में एनपीए घोषित कर दिया गया। एस्सार कैपिटल होल्डिंग्स, मॉरिशस ने न्यूपावर को फंडिंग के लिए मेटिक्स ग्रुप को भरपाई की।