नई दिल्ली। अक्षय पात्रा फाउंडेशन और संयुक्त संघ ग्लोबल कॉम्पैक्ट ने सही बदलाव लाने वालों को फीड द फ्यूचर नाउ के बैनर तले पहली बार ‘नरिश द चेंज अवॉर्ड्स’ से सम्मानित किया है। फाउंडेशन ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य 2 'जीरो हंगर ' के प्रति योगदान करने के लिए परिवर्तन लाने वालों को सम्मानित किया गया है।
जिन लोगों को इससे सम्मानित किया गया है उनमें अपनी दादी की रसोई के संस्थापक अनूप खन्ना, कैंसर से प्रभावित बच्चों को पौष्टिकता उपलब्ध करने वाले संगठन कडल्स फाउंडेशन, रॉबिन हुड आर्मी के तौर पर स्वयं सेवक के रूप में काम करने वाली अरुशी बत्रा और सूखा प्रभावित क्षेत्रों में कृषि उपज में सुधार करने में मदद करने के लिए तरूप्ती जैन शामिल है।
फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीधर वेंकट ने कहा कि सहयोग देश के विकास के समक्ष मौजूद सबसे बड़ी चुनौतियों से निपटने की कुंजी है। जबकि अक्षय पात्रा पिछले 18 सालों से सरकार और अग्रणी निगमों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
फीड द फ्यूचर नाउ, एक विविधितापूर्ण-सेक्टर साझेदारी को बढ़ाने के लिए एक पहल है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुये आगामी परिवर्तन लाने वालों को पहचानने और उन्हें सहयोग के अवसरों पर बातचीत करने तथा पहचानने के लिए प्रमुख हितधारकों के लिए एक मंच बनाने के उद्देश्य से यूएनजीसी के साथ 'नरिश द चेंज' पुरस्कार शुरू किया गया है।
इस मौके पर यूएनजीसी के कार्यकारी निदेशक कमल सिंह ने कहा कि यूएनजीसी, संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है और उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए परिवर्तन लाने वाले समुदाय को संगठित करने में महत्वपूर्ण रूप से 'नरिश द चेंज' पुरस्कारों जैसे प्रयासों को आगे बढ़ाया जा रहा है।