मुंबई। शक्ति पम्पस (इंडिया) लि. जो 110 देशों में अपने उत्पादों को निर्यात करती है, ने अपने वार्षिक वित्तीय नतीजों की घोषणा करते हुए बताया कि कंपनी ने बीते वर्ष के रुपए 431 करोड़ की तुलना में 31 मार्च 2018 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में कुल आय रुपए 440 करोड़ दर्ज की गई यानि 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है तथा नेट लाभ में 60 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की जो रुपए 34.84 करोड़ रहा।
कंपनी के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए शक्ति पम्पस (इंडिया) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर दिनेश पाटीदार ने कहा कंपनी ने 37 प्रतिशत का डिविडेंड (लाभांश) देने की अनुशंसा की है (फेस वेल्यू पर) जो लाभ का लगभग 20 प्रतिशत है, एमएनआरईए राज्य सरकार, अंतरराष्ट्रीय सोलर अलायन्स (आईएसए), नाबार्ड इत्यादि के द्वारा हम भविष्य में भी सोलर प्रोजेक्ट पर ध्यान केन्द्रित करेंगे और हमारे विक्रेता/वितरक नेटवर्क को फैलाते हुए निर्यात व्यापर को बढ़ाने के प्रयास जारी रहेंगे।
यूनियन बजट में की गई घोषणा जिसमे अक्षय ऊर्जा खास कर सोलर ऊर्जा पर अत्यधिक ध्यान केन्द्रित रहा जो कंपनी के लिए लाभदायक रहेगा। हाल ही में कंपनी ने सिम्हा इंडीजीनियस यूनिवर्सल ड्राइव को रायपुर छत्तीसगढ़ से लॉन्च किया, जो कंपनी के द्वारा ली गई मेक इन इण्डिया और डिजिटल इण्डिया के अंतर्गत की गई अन्य पहल में से एक है। यह ड्राइव हमारे अनुसंधान और विकास विभाग के द्वारा पिछले पांच वर्षों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। यह एक पूरी तरह भारत में तैयार किया हुआ उत्पाद है जो बहुत ही उन्नत मोबाइल एप आधारित सोलर कंट्रोलर है।