नई दिल्ली। आभूषण कारोबारियों द्वारा बैंकिंग क्षेत्र के साथ की गई धोखाधड़ी से इस उद्योग की बनी नकारात्मक छवि को सुधारने और बैंकरों का विश्वास जीतने के उद्देश्य से मुंबई में 11 मई को बैंकिंग सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है जिसमें रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद( जीजेईपीसी) एक श्वेत पत्र जारी करेगा। संगठन के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि उनका संगठन बैंकों के साथ सहयोग करने के उद्देश्य से श्वेत पत्र जारी करने जा रहा है जिसमें जटिल बैंकिंग समस्याओं को हल करने, ऋण सीमा, प्रतिभूति, संबंधित संपत्ति लेनदेन का मूल्यांकन, इन्वेंट्री आकंलन, अनुषंगी वित्त पोषण दिशानिर्देश आदि शामिल है।
इसका लक्ष्य उद्योग के मुख्य शेयरधारकों की चिंताओं को कम करना है जिसे हाल की जालसाजी की घटनाओं से झटका लगा है। उन्होंने कहा कि रत्न एवं आभूषण उद्योग और शीर्ष बैंकरों के परामर्श से जीजेईपीसी द्वारा संकलित इस श्वेत पत्र को ''डायमंड फाइनेंसिंग 2018 नई चुनौतियां'' शीर्षक से जारी किया जाएगा। यह श्वेत-पत्र धोखाधड़ी की घटनाओं से बने अविश्वास के माहौल को बेहतर बनाने का काम करेगा जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि रत्न एवं आभूषण उद्योग भी स्व विनियमन वाला उद्योग है तथा यह भी सुनिश्चित किया जा सकेगा कि इस उद्योग को ऋण मिलता रहे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में यह श्वेत-पत्र बैंकरों द्वारा रत्न एंव आभूषण उद्योग की फाइनेंसिंग में आने वाली चुनौतियों एवं उनके समाधान पर केंद्रित है। इस सम्मेलन के जरिये विश्वास बहाल करने के लिए एक संयुक्त मंच प्रदान किया जायेगा और सुनिश्चित किया जाएगा कि इस उद्योग को ऋण देने में सभी बैंकों को लाभदायक अनुभव होगा।