मुंबई। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की डॉलर निकासी और दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती से आज अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 14 महीने बाद पहली बाद 66 रुपए प्रति डॉलर के नीचे बंद हुआ। भारतीय मुद्रा आज 30 पैसे टूटकर 66.10 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुई जो 10 फरवरी 2017 के बाद का इसका निचला बंद स्तर है। इस सप्ताह पांच कारोबारी सत्रों में यह 89 पैसे लुढ़क चुकी है। गुरुवार को यह 14 पैसे की गिरावट के साथ 65.80 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुई थी।
रुपए में गिरावट के आज कई कारण रहे। घरेलू शेयर बाजारों के लगभग पूरे दिन लाल निशान में रहने, पूंजी बाजार में एफपीआई की बिकवाली और दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती से रुपए पर दबाव रहा। यह 25 पैसे टूटकर 66.05 रुपए प्रति डॉलर पर खुला। बीच कारोबार के दौरान इसका उच्चतम स्तर 65.99 रुपए और निचला स्तर 66.10 रुपए प्रति डॉलर दर्ज किया गया। अंतत: यह गत दिवस के मुकाबले 30 पैसे कमजोर होकर 66.10 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो 11 अप्रैल के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है।
इस सप्ताह सोमवार को छोड़कर अन्य चार दिन एफपीआई पूंजी बाजार से लगातार पैसा निकालते रहे। शुक्रवार को उन्होंने 39.50 करोड़ डॉलर (2,598.59 करोड़ रुपए) निकाले। वहीं, दुनिया की अन्य छह प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में आरंभ में लगभग स्थिर रहने के बाद डॉलर का सूचकांक 0.20 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गया।