नई दिल्ली। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने कहा कि मानव विकास सूचकांक में भारत की स्थिति सुधारने के लिए जिला और ग्रामीण स्तर पर आमूलचूल परिवर्तन लाने की सख्त जरूरत है। भारतीय उद्योग परिसंघ के वार्षिक सत्र में पोषण की कमी और स्वास्थ्य तथा शिक्षा की सुविधाओं से महरूम देश के ग्रामीण इलाकों के बारे में ंिचता व्यक्त करते हुए श्री कांत ने कहा कि बदलाव तब तक नहीं आ सकता जब तक देश के पिछड़े जिलों में सुधार नहीं लाया जाता।
उन्होंने कहा कि भारत 188 देशों के मानव विकास सूचकांक में 131वें स्थान पर है। सरकार ने पोषण, शिक्षा, कौशल, वित्तीय समावेश,आधारभूत ढांचा जैसे 48 संकेतकों के आधार पर एक कार्यक्रम तैयार किया है ताकि जिला स्तर पर हो रहे बदलावों को मापा जा सके, बदलावों का निरीक्षण किया जा सके और उसे सार्वजनिक किया जा सके। सरकार का लक्ष्य इन जिलों में हुए विकास को राष्ट्रीय आंदोलन का रुप देना है। इसमें सरकार, उद्योग और सामाजिक क्षेत्र का योगदान जरूरी है।