नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने 15 खातों में फंसे 1,063 करोड़ रुपए का कर्ज बेचने की पेशकश की है। दोनों बैंकों ने कहा कि वह इस महीने की 20 तारीख को इस कर्ज की ई-नीलामी करेंगे। एसबीआई ने 848.54 करोड़ रुपए मूल्य के 12 खातों को बिक्री के लिए रखा है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने कहा , 'हम इन खातों को संपत्ति पुनर्गठन कंपनियों (एआरसी), बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों, वित्तीय संस्थानों के सामने बिक्री के लिए रखेंगे। '
इन खातों में सूरत की गार्डेन सिल्क मिल्स के ऊपर सर्वाधिक 225.06 करोड़ रुपए , कोरबा वेस्ट पावर कंपनी (गुड़गांव) 124.78 करोड़ रुपए, मॉडर्न स्टील्स (चंडीगढ़) 122.61 करोड़ रुपए और एसएनएस स्टार्च (सिकंदराबाद) 66.87 करोड़ रुपए शामिल हैं। अन्य एनपीए खाते लेटविंड श्रीराम मैनुफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड (64.95 करोड़ रुपए ), यू निजुल्स लाइफ साइसेंस (59.25 करोड़ रुपए), स्कैनिया स्टील्स ऐंड पावर (42.42 करोड़ रुपए ), केएसएम स्पाइनिंग मिल्स (40.42 करोड़ रुपए), मॉडर्न डेयरीज (39.93 करोड़ रुपए), अस्मिता पेपर्स (37.23 करोड़ रुपए), फोरेल लैब्स (22.86 करोड़ रुपए) और जयपुर मेटल ऐंड इलेक्ट्रिकल्स (2.16 करोड़ रुपए) शामिल हैं। वहीं देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक पीएनबी एआरसी के लिए तीन एनपीए खातों की पेशकश करेगा।
इन खातों पर 214.45 करोड़ रुपए का बकाया है। ये तीन खाते श्री सिद्धबाली इस्पात लि. (मेरठ) (165.30 करोड़ रुपए), श्री गुरूप्रभा पावर लि . (चेन्नै) (31.52 करोड़ रुपए) और धर्मनाथ इनवेस्टमेंट (मुंबई) (17.63 करोड़ रुपए) हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के सभी 21 बैंकों का सकल फंसा कर्ज 7.33 लाख करोड़ रुपए से अधिक पहुंच गया। इसमें एसबीआई का सर्वाधिक 2.01 लाख करोड़ रुपए फंसा कर्ज है। इसके बाद पीएनबी का 55,200 करोड़ रुपए, आईडीबीआई बैंक का 44,542 करोड़ रुपए और यूनियन बैंक आफ इंडिया का 38,047 करोड़ रुपए का कर्ज फंसा है।