नई दिल्ली। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वाणिज्यिक बैंकों के वित्तीय परिणाम जारी करने के लिए भारतीय लेखा मानक (इंड एएस) लागू करने की समय सीमा एक साल के लिए बढ़ा दी है। आरबीआई ने गुरुवार को बताया पहले क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर सभी अधिसूचित बैंकों के लिए 01 अप्रैल 2018 से इंड एएस लागू करने के निर्देश दिये गये थे। लेकिन, वित्तीय परिणाम के प्रारूप में बदलाव के लिए बैंकिंग नियमन अधिनियम, 1949 में बदलाव का काम अभी नहीं किया जा सका है।
इस वैधानिक संशोधन के बाद ही बैंक नये प्रारूप में वित्तीय परिणाम जारी कर सकेंगे। आरबीआई ने बताया कि इसके मद्देनजर अब बैंकों में वित्तीय परिणाम का नया फॉर्मेट 01 अप्रैल 2019 से अपनाया जाएगा। तब तक जरूरी वैधानिक संशोधन पूरे कर लिए जाने और बैंकों नये प्रारूप के लिए तैयारी भी कर सकेंगे।