मुंबई। वित्त मंत्रालय ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी बात कही है। जारी बयान के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था 2025 तक दोगुनी होकर 5,000 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी। वित्त मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा तय मुद्रास्फीति के लक्ष्य को लेकर भी कोई खतरा नहीं है। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाषचंद्र गर्ग ने कहा, प्रदेश सात से आठ प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल करने की ओर अग्रसर है। स्टार्ट अप, एमएसएमई तथा बुनियादी ढांचा निवेश पर ध्यान दिए जाने से अर्थव्यवस्था की रफ्तार और तेज की जा सकती है।
गर्ग भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। वहां गर्ग ने कहा, मेरा मानना है कि यह सोचना काफी ठीक होगा कि अगर अर्थव्यवस्था अगले 7-8 साल तक वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन करती है और मांग पैदा होती है, तो हम 2025 तक अर्थव्यवस्था के आकार को 5,000 अरब डॉलर तक पहुंचा सकेंगे। यह एक अच्छा टारगेट है।
फिलहाल भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का आकार 2,500 अरब डॉलर (करीब 162,50,000 करोड़ रुपए) है और यह दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। मुद्रास्फीति के बारे में गर्ग ने कहा कि यह काफी हद तक रिजर्व बैंक के लक्ष्य चार प्रतिशत के दायरे में है। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में सात महीने के निचले स्तर 2.48 प्रतिशत पर आ गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में चार महीने के निचले स्तर 4.44 प्रतिशत पर रही है।