नई दिल्ली। नोटबंदी और जीएसटी लागू करने के बाद देश की आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई थी। जिसके बाद सरकार ने इसे बेहतर करने के प्रयास किए है। इसके बात वित्त मंत्रालय के सकारात्मक संकेत दिए है। अक्टूबर- दिसंबर तिमाही में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि दर से देश में सबसे तेजी से वृद्धि दर वाले दायरे में आ गया है तथा आने वाले दिनों में सुधार और भी तीव्र होगा। तीसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि दर 5 तिमाहियों में सबसे अधिक रही। इससे पहले जुलाई सितंबर 2016-17 में यह 7.5 प्रतिशत रही थी। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रही। यह बात आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कही। एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए उन्होंने बताया कि हम पहले ही कह चुके हैं कि वित्त वर्ष 2018 की पहली तिमाही से हम निम्नतम स्तर से उठना शुरू हो गए और हम बहुत तेज वृद्धि दर्ज करेंगे। दूसरी व तीसरी तिमाही ने इसका प्रमाण दे दिया। उन्होंने कहा तीसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि दर ने हमें दुनिया के सबसे तेज वृद्धि वाले दायरे में ला दिया। मुझे तीव्र वृद्धि आगे जारी नहीं रहने का कोई कारण नजर नहीं आ रहा। मैं अभी दहाई अंक की वृद्धि की बात नहीं कर रहा लेकिन निश्चित रूप से बहुत मजबूत वृद्धि होगी।